69 हजार शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों को मिला मायावती का साथ, बोलीं- जायज मांगों पर तुरंत अमल करे सरकार

संक्षेप:

  • प्रदर्शन कर रहे 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों के पक्ष में मायावती।
  • शनिवार की रात अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की।
  • सरकार से उनकी मांगों पर विचार करने की अपील की।

लखनऊ- अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों के पक्ष में बसपा सुप्रीमो मायावती भी उतर आई हैं। उन्होंने शनिवार की रात अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की और सरकार से उनकी मांगों पर विचार करने की अपील की है।

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती के पुराने व लम्बित मामले को लेकर राजधानी लखनऊ में कल रात शान्तिपूर्ण कैंडल मार्च निकालने वाले सैकड़ों युवाओं का पुलिस लाठीचार्ज करके घायल करना अति-दुःखद व निन्दनीय है। सरकार इनकी जायज मांगों पर तुरन्त सहानुभूतिपूर्वक विचार करे, यह बसपा की मांग है।

शनिवार को अभ्यर्थियों पर हुआ था लाठीचार्ज

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


बेसिक के 69 हजार शिक्षक भर्ती में 22 हजार रिक्त सीटों को जोड़कर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की मांग को लेकर पांच माह से यहां निशातगंज स्थित एससीईआरटी पर आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों को शनिवार शाम 1090 चौराहे से मुख्यमंत्री आवास तक कैंडल मार्च निकालना भारी पड़ा। पुलिस ने इन्हें रास्ते में रोकने की कोशिश की और जब वे नहीं माने तो लोहिया पथ पर लाठियों से पीटकर खदेड़ा गया। इससे छह से अधिक अभ्यर्थियों को चोटें आईं हैं।

अभ्यर्थियों का आरोप है कि वे अपनी मांगों को लेकर कई बार डालीबाग स्थित मंत्री आवास पर बेसिक शिक्षामंत्री से मिलने गए और उनसे मुलाकात न होने पर वहां भी प्रदर्शन व नारेबाजी की। इसी तरह इनका आंदोलन लगातार चल रहा है। इसी क्रम में शनिवार शाम अभ्यर्थियों ने कैंडल मार्च निकाला। इससे पहले शनिवार दोपहर अभ्यर्थियों ने हजरतगंज स्थित भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। वहां से पुलिस इन्हें ईको गार्डन छोड़ आई।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Lucknow की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles