लखनऊः बदलते पर्यावरण पर शुरू हुआ राष्ट्रीय सम्मेलन, शामिल हुए 150 प्रतिनिधि

संक्षेप:

  •  विलुप्त हो रही हैं गिलहरी और तितलियां
  •  गंगा किनारे होगा वृक्षारोपण
  • 22 राज्यों के लोगों ने लिया हिस्सा

लखनऊः राजधानी में  जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण प्रदूषण और जैव विविधता संरक्षण को लेकर शनिवार को एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। आपको बता दें कि राजधानी में यह प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन हो रहा है। जिसका उद्घाटन सीएसआईआर-एनबीआरआई लखनऊ में हुआ। इस दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन स्वच्छ एवं हरित पर्यावरण समिति (सीजीईएस) और सीएसआईआर-एनबीआरआई द्वारा किया जा रहा है।

क्या है मुख्य उद्देश्य

आपको बात दें कि सम्मेलन का आयोजन जलवायु परिवर्तन की बढ़ती समस्या, जैव विविधता संरक्षण और पर्यावरण प्रदूषण और पौधों का जीवन जैसे मुद्दों पर चर्चा के लिए हो रही है। इस सम्मेलन में देश के 22 विभिन्न राज्यों से आये प्रख्यात वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और नीति निर्माताओं सहित लगभग 150 प्रतिनिधि इस राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।

ये भी पढ़े :


इस सम्मेलन का उद्घाटन डॉ. रुपक डे, प्रमुख वन संरक्षक, उत्तर प्रदेश ने किया। डॉ. रूपक डे ने अपने  संबोधन में संतोष व्यक्त किया कि पहले से किए गए प्रयासों के चलते उत्तर प्रदेश में हरियाली का विस्तार लगभग 1% बढ़ा है। उन्होंने बताया कि आने वाले मानसून में उत्तर प्रदेश के करीब 22 जिलों में गंगा नदी के किनारे के क्षेत्र में वृक्षारोपण करने की योजना है। उन्होंने इस प्रयास में सभी लोगों के सहयोग की मांग की।

वहीं देश के प्रख्यात कार्डियोलॉजिस्ट पद्मश्री डॉ. मंसूर हसन ने पर्यावरण और स्वास्थ्य के विषय पर भाषण दिया। डॉ हसन ने कहा कि पर्यावरण और लोगों की जीवन शैली में बदलाव से हार्ट अटैक और डायबिटीज जैसी बीमारियां हो रही हैं। इस अवसर पर सीएसआईआर-आईआईटीआर और सीडीआरआई के निदेशक, प्रो.आलोक धवन ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि गिलहरी और तितली जो अक्सर 10-20 साल पहले प्रचुर मात्रा में दिखते थे, अब जलवायु परिवर्तन के कारण लुप्त  हो गए हैं।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Lucknow की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।