‘गटर से गैस’ के बयान पर ट्रोल हुए पीएम मोदी, यूजर बोले- नालियों के पास डालेंगे डेरा
- वर्ल्ड बायोफ्यूल डे पर पीएम मोदी ने दिया बयान
- गटर से गैस पर एक नोबल तो बनता है- पीएम मोदी
- सोशल मीडिया पर लोगों ने लिए मजे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते शुक्रवार (10 अगस्त) को वर्ल्ड बायोफ्यूल डे (विश्व जैवईंधन दिवस) पर अपने संबंधोन में गटर के गैस से चाय बनाने की बात कही थी। इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर लोग खूब मजाक बना रहे हैं। ट्विटर पर रिया कुलकर्णी ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि दुनिया की पहली प्लास्टिक सर्जरी; भगवान गणेश की हुई थी, यहां तक सही था जितनी शिक्षा उतनी बुद्धि लेकिन गटर से गैस की खोज करने के लिए मोदी जी को एक नोबेल पुरस्कार तो बनता है।
" " , ..
— Riya Kulkarni (@riyakulkarni_) August 12, 2018
" "
" " . ️
LPG .
— Merajuddin Siddiqui (@Siddiquii_says) August 12, 2018
ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी
वहीं एक यूजर ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि मोदी जी की गटर से गैस वाली, कहानी से लोगों को बहुत प्रेरणा मिली अब make in India के अंतर्गत, जिओ की नई कार आ रही है, उसकी खास बात ये है कि वो, पेट्रोल, डीजल, मीथेन या बैटरी पर नही, बल्कि पकोड़े और चाय से बनी वायु से चलती है!
:-
— Kuldeep Kadyan (@KuldeepKadyan) August 12, 2018
:- #___
~ , ?
— Sneha singh (@sneha_si) August 13, 2018
~ ?
~ , ?
~
— Vinod Kapri (@vinodkapri) August 12, 2018
एक यूजर ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि जब से पता चला है गटर की नाली से गैस निकलता है भक्तों ने नालियों के पास डेरा जमाना चालू कर दिया है।
Dr Homie Jubaangir Baba explaining his research about the use of Toxic gases of sewer & manhole for cooking purposes in front of Nobel Prize committee for Chemistry. (2018) pic.twitter.com/PCwraslxEJ
— History of India (@RealHistoryPic) August 12, 2018
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते शुक्रवार को वर्ल्ड बायोफ्यूल डे पर एक ऐसे शख्स का जिक्र किया था जो नाले से निकलने वाली गैस से चाय बनाता था। पीएम ने इस शख्स के बारे में बताते हुए आगे कहा था कि मैंने एक अखबार में पढ़ा था कि एक शहर में नाले के पास एक व्यक्ति चाय बेचता था। उस व्यक्ति के मन में विचार आया कि क्यों ना गंदी नाले से निकलने वाली गैस का इस्तेमाल किया जाए। उसने एक बर्तन को उल्टा कर उसमें छेद कर दिया और पाइप लगा दिया। अब गटर से जो गैस निकलती थी उससे वो चाय बनाने का काम करता था।
If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.
Read more Lucknow की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।