इस बार होली व शब ए बारात साथ मनाई जाएगी, जानिए कैसे बना ये संयोग

संक्षेप:

  • हिंदु मुस्लिम त्योहार एक ही दिन मनाया जाएगा
  • 28 को होलिका दहन और शब ए बारात एक ही दिन होगी
  • दोनों त्योहारों पर इस बार अपील है कि घर में ही रह कर मनाया जाए

 

वैसे तो होली व शब ए बारात हर साल आती है. लेकिन इस बार ऐसा संयोग बना है कि दोनों त्योहार एक ही दिन मनाए जाएंगे. जी हां, इस बार होली और शब ए बारात साथ आ रही है.

इस संयोग को लोग आपसी भाईचारे की निशानी की तरह देख रहे हैं. ऐसा संयोग अनेकता में एकता की मिसाल से कम नहीं है. जहां होली पर चारों तरफ रंग बिखरेंगे तो वहीं शब ए बारात पर मुस्लिम घरों में रौशनी से घर जगमगाया जाएगा.

क्यूं मनाते हैं शब ए बारात

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इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार शाबान महीने की 14 तारीख को सूरज डूबने के बाद से ही शब-ए-बरात का समय शुरू होता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पैग़म्बर मोहम्मद की अपने जीवन में ही अल्लाह से मुलाकात हो गई थी. साथ ही अल्लाह व पैग़म्बर के बीच बहुत सारी रहस्यमयी बातें भी हुईं.

ऐसा रूहानी मौका सिर्फ उन्हें ही मिला है.इसलिए इस रात को मुस्लिम अपने बुजुर्गों की मगफिरत की दुआ करते हैं। इस्लामिक मान्यता के अनुसार इस रात को अल्लाह की इबादत करने और तौबा करने से गुनाहों की भी माफी होती है। जिसके चलते लोग घरों, मस्जिदों और शहर के कब्रिस्तानों में दुआ करते हैं। पूरी रात मुसलमान खुदा की इबादत करते हैं.

कोरोना को देखते हुए प्रशासन ने दोनों समुदायों से शांति के साथ त्योहार मनाने की अपील की है.

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