पीएफआई के तीन सदस्य बहराइच से हिरासत में, सीएए व एनआरसी के प्रदर्शन में सक्रिय थे आरोपी

संक्षेप:

  • पीएफआई के तीन सदस्य बहराइच से किए गए गिरफ्तार।
  • पीएफआई का गतिविधियों से जुड़ा था शिक्षक का भाई।
  • सीएए व एनआरसी के खिलाफ आंदोलन में था सक्रिय।

लखनऊ. ऑल इंडिया उलमा काउंसिल के अध्यक्ष अहमद बेग नदवी को रविवार को एसटीएफ, आईबी व एनआईए की टीम बहराइच लेकर गई थी। देर रात को नेपाल सीमा के पास से एक शिक्षक सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया गया। तीनों प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सक्रिय सदस्य हैं। इनमें से एक 22 सितंबर को हुए छापा मारी के दौरान लखनऊ से भाग गया था। वह नेपाल में रहकर नेटवर्क को मजबूत कर रहा था। रविवार शाम को बहराइच में आते ही एसटीएफ और एनआईए ने उसे पकड़ लिया। अन्य दो के बारे में अफसर चुप्पी साधे हैं।

पीएफआई का गतिविधियों से जुड़ा था शिक्षक का भाई

सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, नेपाल सीमा पर पकड़ा गया यह सदस्य रिसिया के शैदा बभनी गांव का रहने वाला है। वह लंबे से पीएफआई से जुड़ा है और गांव के ही एक स्कूल में पढ़ाता भी है। हालांकि गांव के लोग यह नहीं बता सके कि वह किस शिक्षण संस्थान में पढ़ाता है। इस शिक्षक के भाई की गतिविधियों को भी पता किया जा रहा है।

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सीएए व एनआरसी के खिलाफ आंदोलन में था सक्रिय

दोनों के बारे में रिमांड पर लिए अहमद बेग ने भी कई जानकारियां दी थीं। कुछ समय में ही इस शिक्षक व उसके भाई की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत हो गई है। 21 सितंबर के बाद वह शहर छोड़कर नेपाल भाग गया था। इस शिक्षक से पहले बहराइच में ही एक स्थान पर पूछताछ की गई। फिर उससे मिली जानकारियों को दूसरी टीम से साझा किया गया। इसके बाद शिक्षक को खुफिया अफसर मुख्यालय ले गए। ये सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुए आंदोलन में भी सक्रिय थे।

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