यूपी: मंत्री मोहसिन रजा का निकाह रजिस्ट्रेशन 110 दिनों में कैंसिल

संक्षेप:

  • अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मोहसिन रजा की बढ़ी मुश्किलें
  • शादी के 16 साल बाद किया रजिस्ट्रेशन
  • 110 दिनों के बाद कैंसिल हो गया रजिस्ट्रेशन

 

लखनऊ: यूपी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मोहसिन रजा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। रजा का निकाह पंजीकरण कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं होने की वजह से निरस्त हो गया है। हालांकि इस मामले में मंत्री ने सफाई देते हुए कहा है कि उनका पंजीकरण रद्द नहीं हुआ है। इस संदर्भ में जल्द ही सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर ली जाएंगी। आपको बता दें कि निकाह के 16 साल बाद मंत्री ने रजिस्‍ट्रेशन कराया था जो 110 दिन बाद रद्द हो गया।

बीजेपी सरकार बनते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूबे में शादियों के पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया था। मुस्लिम संगठनों द्वारा सरकार की इस पहल के विरोध के बीच वक्फ और हज मंत्री मोहसिन रजा ने चार अगस्‍त को अपने निकाह का पंजीकरण करवाकर खूब सुर्खियां बटोरी थीं लेकिन अब उनका ही पंजीयन आवेदन निरस्त हो गया है।

कहा जा रहा है कि तय सीमा में जरूरी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी नहीं होने से उनका आवेदन निरस्त हुआ है। अब मंत्री को नए सिरे से प्रक्रिया पूरी करनी होगी। मंत्री मोहसिन रजा ने हालांकि इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि निकाह पंजीकरण रद्द नहीं हुआ है। कानून के मुताबिक, तीन महीने के भीतर पंजीकरण प्रमाणपत्र ले लेना चाहिए लेकिन मैं व्यस्तता के कारण प्रमाणपत्र लेने नहीं जा सका। इस मामले में आगे जो भी कार्रवाई जरूरी है, उसे पूरा किया जाएगा।

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


रजा ने निकाह के करीब 16 साल बाद तीन अगस्त को निकाह पंजीकरण का आवेदन दिया था। जिसके बाद अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार के कार्यालय से प्रमाणपत्र के लिए दो बार मंत्री को फोन से जानकरी दी गई लेकिन उनके उपस्थित नहीं होने की वजह से निकाह पंजीकरण रद्द कर दिया गया।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Lucknow की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles