यूपी एसटीएफ ने किया फर्जी बोर्ड का भंडाफोड़, 7 गिरफ्तार

संक्षेप:

  • यूपी एसटीएफ ने फर्जी बोर्ड का किया पर्दाफाश
  • सात अभियुक्तों को किया गिर्फ्तार
  • फर्जी माइक्रो फाइनेन्स कम्पनी का भी किया भंडाफोड़

आज उत्तर प्रदेश की स्पेशल टॉस्क फोर्स ने प्रदेश में फर्जी बोर्ड बनाकर छात्रों का ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह ‘‘उत्तर प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय परिषद’’ के नाम से फर्जी बोर्ड बनाकर छात्रों से ठगी कर रहा था। यूपी के साथ-साथ दूसरे राज्यों के छात्र भी इसकी चपेट में आ चुके थे।

इस गिरोह में पकड़े जाने वाले अभियुक्त हैं: राजमन गौड़, कनिकराम शर्मा, सुनील शर्मा, नीरज शाह, जितेंद्र गौड़, राधेश्याम प्रजापति और नीरज प्रताप सिंह। इन अभियुक्त के पास से 1 सीपीयू, 1 मॉनीटर, 4 हाईस्कूल एवं इण्टर मीडियट मॉर्कशीट व सर्टिफिकेट, 6 पैन कार्ड, 1 चेक बुक, 31,340 रूपए कैश, 9 एटीएम कार्ड, 8 मोबाइल फोन, 4 ड्राइविंग लाइसेंस, 9 मोहर, 10 सिमकॉर्ड, बोर्ड से सम्बन्धित विभिन्न कागजात और UP 32 JA 1008 नम्बर की स्कॉर्पियो कार बरामद की गई है।

ये भी पढ़े : युवती ने अश्लील वीडियो चैट कर बनाया एमएमएस, सोशल मीडिया पर वायरल करने की दी धमकी, मांगे 20 हजार रुपये


यूपी एसटीएफ को मिली थी सूचनाः

यूपी एसटीएफ को सूचना मिली थी अन्तर्राज्यीय स्तर पर www.upsosb.ac.in, www.upsos.co.in, www.upsos.in इन वेबसाइट पर ‘‘उत्तर प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय परिषद’’ के नाम से फर्जी बोर्ड को सचंलित किया जा रहा है। जो हजारों छात्रों से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर ठगी करते थे। इस सचूना पर यूपी एस.टी.एफ. लखनऊ के अपर पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देश पर कार्रवाही करते हुए छानबीन की तो पता चला कि लखनऊ के थाना इन्दिरानगर अन्तर्गत फरीदीनगर में स्थित उपरोक्त बोर्ड का सचांलन किया जा रहा है। सम्बन्धित बोर्ड के कार्यालय में छानबीन की गयी तो पता चला कि उत्तर प्रदेश के साथ-साथ बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक एवं दिल्ली सहित कई राज्यों में स्टडी सेन्टर बनाकर देश के विभिन्न राज्यों में उक्त बोर्ड से सम्बंधित कार्यालय खोल रखे हैं।

62 संस्थान थे शामिलः

उत्तर प्रदेश में 62 शिक्षण संस्थान इस बोर्ड से मान्यता प्राप्त कर छात्रों को सार्टिफिकेट जारी कर रहे है इसके अतिरिक्त बोर्ड द्वारा ऑनलाइन फार्म भरवाकर कुछ समय बाद सर्टिफिकेट जारी कर देते हैं। यह भी पता चला कि इस फर्जी बोर्ड के प्रबन्धक राजमन गौड़ ने वेबसाइट के मेनटेनेन्स के लिये एक आईटी एक्सपर्ट भी नियुक्त कर रखा था जो डेटाबेस प्रबन्धन का कार्य देखता है और अपनी मर्जी से डेटाबेस में छात्रों के अंकपत्रों में नम्बर अंकित करता है।

ISO 9001 का प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से लगायाः

जनता को गुमराह करने के लिए फर्जी नोटिफिकेशन व मान्यता दिखाकर ठगी का कार्य किया जा रहा था। छात्रों को भ्रमित करने के लिए वेबसाइट पर ही पंजीकरण संख्या एवं प्रतिष्ठत व्यक्तियों की फोटो वेबसाइट पर लगा रखी थी। इसके साथ ही इण्डिया, स्वच्छ भारत अभियान का लोगों भी वेबसाइट पर लगा रखा था जिससे छात्र इसे फर्जी न समझें। आईएसओ 9001 का प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से प्राप्त कर अपनी वेबसाइट पर अंकित कर रखा था।

भागने की फिराक में थे अभियुक्तः

जब इस सम्बन्ध में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि इस नाम से किसी बोर्ड को शिक्षा विभाग ने मान्यता नहीं दी है। टीम को मुखबीर से सूचना मिली की लखनऊ के रहेजा हाउस से राजमन गौड़ अपने कार्यालय को बन्द कर भागने की फिराक में है। इस सूचना के आधार पर थाना इन्दिरानगर व एसटीएफ की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त अभियुक्तों को रविवार आज गिरफ्तार किया गया।

फर्जी माइक्रो फाइनेन्स कम्पनी का भी किया भंडाफोड़ः

अभियुक्तों की गिरफ्तार के बाद पता चला कि प्रबन्धक राजमन गौड़ ने फर्जी माइक्रो फाइनेन्स कम्पनी भी खोल रखी है जिसके माध्यम से वह भारी संख्या में लोगों से आर्थिक रुप से ठगी कर रहा है। उपरोक्त फाइनेन्स कम्पनी से सम्बन्धित बेस्ट मैनेजमेटं सिस्टम ISO 9001 : 2015 का प्रमाण पत्र देने वाली कम्पनी की भी जाँच की जा रही है। इसके अलावा पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि जौनपुर निवासी अनवर जो कि पूर्व में इस फर्जी बोर्ड का छात्र रहा हैं उसने पासपोर्ट के लिए एप्लाई किया था लेकिन पासपोर्ट कार्यालय ने बताया गया की उसका अंक पत्र फर्जी हैं। इसके अतिरिक्त यह भी जानकारी हासिल हुई कि विभिन्न राज्यों में उक्त बोर्ड की फर्जी मार्कशीट व सर्टिफिकेट के आधार पर अभ्यार्थियों द्वारा सरकारी नौकरी प्राप्त कर ली गयी है। इस सम्बन्ध में लखनऊ के थाना इन्दिरानगर में धारा- 419, 420,467,468 और 471 के तहत स्थानीय पुलिस द्वारा कार्यवाही की जा रही है। आपको बता दें कि जनपद जौनपुर कोतवाली शाहगंज में भी इसी बोर्ड के खिलाफ मुकदमा दर्ज है।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Lucknow की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles