महासमुंद के 100 बिस्तर जिला अस्पताल में बन रहा है फायर फाइटर सिस्टम, एक सप्ताह पहले काम हुआ शुरु

संक्षेप:

सौ बिस्तर जिला अस्पताल में फायर फाइटर सिस्टम

फायर फाइटर सिस्टम को सप्ताह पहले काम शुरु

आगजनी की समस्या के निपटने के लिए तैयारी

महासमुंद के सौ बिस्तर के जिला अस्पताल में आगजनी से निपटने की तैयारियां जोरो पर हैं। आगजनी से निपटने के लिए सौ बिस्तर जिला अस्पताल में फायर फाइटर सिस्टम लगाया जा रहा है। इससे अस्पताल, अस्पताल का स्टाफ और मरीज भी सुरक्षित होंगे।

प्रशासन ने इसके लिए लाखों रुपये की लागत लगाई है। जिला अस्पताल परिसर में सीजीएमसी की ओर से जारी किए फंड से इसका निर्माण किया जा रहा है। जिसमें अस्पताल परिसर के प्रथम प्रवेश द्वार के बगल में 50 हजार लीटर क्षमता वाली अंडर ग्राउंड पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है। प्रबंधन की माने तो करीब तीन माह के भीतर अस्पताल परिसर फायर फाइटर सिस्टम से लैस हो जाएगा। टंकी का निर्माण होने के बाद अस्पताल के भवन के प्रत्येक कमरों तक पानी का पहुंचाने के लिए पाइप लाइन भी बिछाई जाएगी। इससे आगजनी होने पर प्रबंधन को एक बटन दबाकर अस्पताल में होने वाली आग को बुझा पाएगी।

बताया जा रहा है कि फायर फाइटर सिस्टम का निर्माण कार्य सप्ताह भर से शुरू हुआ है। इसके लिए 50 हजार लीटर की क्षमता वाली टंकी का निर्माण किया जा रहा है, जिसके पूरा होने के बाद अस्पताल के प्रत्येक कमरों में पाइप लाइन बिछाने का कार्य प्रारंभ होगा जो टंकी से सीधे कनेक्ट होगी। आगजनी की घटना होने पर यह से पानी पाईप के माध्यम से कमरों तक पहुंचेगी। अस्पताल के सलाहकार निखिल गोस्वामी का कहना है कि पूरा निर्माण सीजीएमसी द्वारा कराया जा रहा है।

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


साथ ही गोस्वामी से ये भी बताया कि ये भी सुनिश्चित किया जाएगा फायर फाइटर सिस्टम का लाभ अस्पताल को जल्द से जल्द मिल सके..

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य महासमुंद की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।