मथुरा: बारिश से जिले के किसान पहुंचे बर्बादी के कगार पर, योगी सरकार से मुआवजे की हुई मांग

संक्षेप:

  • बारिश से किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच
  • प्रशासन की अनदेखी से किसानों में रोष 
  • 50 हजार प्रति एकड़ नुकसान पर मुआवजे की मांग

मथुरा। पिछले दो दिन से हो रही बारिश से मथुरा जिले में छाता, मांट, महावन, गोवर्धन तहसील के किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं। बारिश से बर्बादी के मंजर को देख किसानों के घरों में चूल्हे तक नहीं जले हैं। प्रशासन ने अभी तक नुकसान का सर्वे तक शुरू नहीं कराया है। इससे किसानों में रोष व्याप्त है।

दरअसल, किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष चरन सिंह जादौन ने टीम के साथ क्षतिग्रस्त फसलों का निरीक्षण किया। जिसमें तहसील छाता के गांव छाता देहात, भीम नगर रनवारी, लाडपुर, बहरावली, लोधौली, बिजवारी, सांखी, अलवाई, नगला पचावर, अकोस, सोनई, परखम, नगला छीतर, जमालपुर, शहजादपुर गूजर आदि गांवों की फसलें पूरी तरह नष्ट पाई गई।

जादौन का कहना है कि बारिश से धान, आलू, सरसों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। खेतों में एक-एक फीट पानी भरा हुआ है। उन्होंने डीएम को ज्ञापन देकर किसानों की फसलों का सर्वे करा कर मुआवजा दिलाने की मांग की है। चौमुहां, पसौली, परखम, अकबरपुर, तरौली, सिहाना, बढ़ौता, आझई, परखम गुर्जर, सेही, शहदपुर, नौगांव, भरतिया आदि गांवों में धान, कपास, लाहा, आलू की फसलें बर्बाद हो गई हैं। 

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


50 हजार प्रति एकड़ नुकसान पर मुआवजे की हुई मांग

चौमुहां में हुई किसान सभा की बैठक में द्वारकाधीश यादव ने कहा कि बेमौसम बारिश से किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से 50000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Related Articles