बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर को दी गई सलामी, 2 आरोपी गिरफ्तार

संक्षेप:

  • बुलंदशहर हिंसा का मामला
  • शहीद इंस्पेक्टर को दी गई सलामी
  • मामले में अब तक दो गिरफ्तार

मेरठ: बुलंदशहर में गोकशी के शक में हुई हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को मंगलवार को सुबह पुलिस लाइन में अंतिम सलामी दी गई. आज उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव तर्गनवा जनपद एटा भेजा जाएगा.

सोमवार को गोवंश मिलने के बाद उनकी कोतवाली क्षेत्र के महाव गांव में हिंसा भड़क उठी. गुस्साए ग्रामीणों जमकर पथराव और आगजनी की. मौके पर पहुंची पुलिस पर भी लोगों ने पथराव किया और जमकर फायरिंग. उग्र भीड़ ने स्याना कोतवाल सुबोध कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी. दर्दनाक हादसे के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. उनकी मांग है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाए.

मामले की एसआईटी जांच जारी की गई है. एडीजी, आईजी ने एसएसपी और डीएम से बात की गई तो पता चला कि मामले में अब तक दो गिरफ्तारी की गई है. वहीं  27 के करीब नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है, जबकि अज्ञात में 60 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है.

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वहीं दो नामजद लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. स्याना कोतवाली में उपनिरीक्षक सुभाष सिंह ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई है. बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज, भाजपा युवा स्याना के नगराध्यक्ष शिखर अग्रवाल, विहिप कार्यकर्ता उपेंद्र राघव का भी नामजद किया गया है.

बुलंदशहर बवाल मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है. राजकीय सम्मान के साथ इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को पुलिस लाइन में अधिकारियों ने सलामी दी. परिजनों की मांग पर तिरंगा झंडा उनके शव पर ढककर आईजी ने रवाना किया. पहले परिजन मांग कर रहे थे कि उनके शव को जब यहां रखा गया था, तो उस पर तिरंगा झंडा ढका जाए. उनकी मांग को माना गया और यहां से उनके गृह जनपद एटा के लिए भेजा गया.

परिजनों की मांग है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाए. आला अधिकारियों ने जिले के जिलाधिकारी और एसएसपी को निर्देशित किया है. वहीं पुलिस को भी यूनाइट किया जा रहा है. उम्मीद है कि अगले 102 घंटे में कुछ बड़ी कार्रवाई कोतवाली थाना के चंद्रावती गांव में हो सकती है.

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