साल का पहला चंद्रग्रहण आज, सूखा नारियल बनेगा आपका कवच, ऐसे करे उपाय

संक्षेप:

  • साल 2019 का पहला चंद्रग्रहण आज
  • भारत में नहीं दिखाई देगा
  • चंद्रग्रहण 14 फीसदी बड़ा और 30 फीसदी अधिक चमकीला दिखाई देगा।

साल 2019 का पहला चंद्रग्रहण आज है। हालांकि, यह भारत में नहीं दिखाई देगा, लेकिन भारतीय समयानुसार चंद्रग्रहण सुबह 10: 11 बजे से शुरू होकर 11:12 बजे यानि तक रहेगा। चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के एक लाइन में आने से चांद पर पृथ्वी की प्रच्छाया पड़ती है। इसे ही चंद्रग्रहण कहा जाता है। खगोल वैज्ञानिक इस परिस्थिति का शोध के लिए उपयोग करते हैं।

इस बार चंद्रग्रहण 14 फीसदी बड़ा और 30 फीसदी अधिक चमकीला दिखाई देगा। भारत में यह नजारा नहीं दिखाई देगा। अफ्रीका, यूरोप, उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका, मध्य प्रशांत के अलावा न्यूयॉर्क, लंदन, शिकागो, पेरिस, वॉशिंगटन आदि स्थानों पर इस खगोलीय घटना को देखा जाएगा। इस क्षेत्र के वैज्ञानिक और शोधार्थी इसे लेकर खासे उत्साहित हैं।

चंद्र ग्रहण के बाद इन बातों का रखें ध्यान-

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ग्रहण के बाद बिना स्‍नान व पूजा किए कुछ भी ग्रहण न करें।

ग्रहण के समय पहने गए वस्‍त्रों को दोबारा नहीं पहनना चाहिए। बेहतर होगा कि आप स्‍नान के बाद इनको दान कर दें।

स्‍नान के बाद घर का पूजा घर भी शुद्ध करें। इसके लिए देवी-देवताओं व भगवान की सभी प्रतिमाओं व तस्‍वीरों पर गंगाजल छिड़क दें।

ग्रहण के बाद घर की अच्‍छी तरह सफाई करें और पूरे घर में धूप या अगरबत्‍ती का धुआं दिखाएं।

चंद्र ग्रहण के बाद पितरों को याद करें व उनके नाम पर दान दें। ऐसा करने से ग्रहण का बुरा प्रभाव उतर जाएगा।

ग्रहण के बाद शिव पूजा भी फायदेमंद मानी गई है। अगर आप ये पूजा किसी मंदिर में जाकर करें तो बेहतर होगा।

घर में तुलसी का पौधा भी चंद्र ग्रहण से प्रभावित होगा। इसकी पूजा करने से पहले इस पर गंगा जल छ्ड़कें।

तीन सूखे नारियल और सवा किलो सतनाजा प्रातरू दान में दें या जल प्रवाह करने से भी ग्रहण का प्रभाव कम होता है।

ज्योतिष के अनुसार प्रभाव नहीं

पूर्णामासी को लगने जा रहे ग्रहण का ज्योतिषीय महत्व न के बराबर है। ज्योतिषाचार्य कैलाश सुयाल के अनुसार भारतीय उप महाद्वीप में इसके दर्शन नहीं होने से ज्योतिष की दृष्टि से इसके प्रभाव नहीं हो सकते हैं।

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