मायावती के करीबी और BSP के पूर्व MLA मोहम्मद जलील खां का निधन

संक्षेप:

  • बसपा के पूर्व विधायक मोहम्मद जलील खां का निधन
  • सहरी के वक्त तेज सांस फूलने और सीने में दर्द की शिकायत
  • विधायक के निधन से उनके पैतृक आवास पर लोगों का लगा तांता

बीएसपी सुप्रीमों मायावती के करीबियों में माने जाने वाले बसपा के पूर्व विधायक मोहम्मद जलील खां का गुरुवार तड़के निधन हो गया। रमजान के दौरान बुधवार रात सहरी के वक्त उन्हें तेज सांस फूलने और सीने में दर्द की शिकायत हुई। परिजन तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां से एक निजी अस्पताल रेफर करने के दौरान उनकी मौत हो गई। मौत की खबर के बाद शोक की लहर दौड़ गई। बेहद मिलनसार और ईमानदार छवि वाले पूर्व विधायक के निधन से उनके पैतृक आवास पर लोगों का तांता लग गया है।

जानकारी के मुताबिक, बसपा के पूर्व विधायक जलील खां जब सहरी करने उठे तो उन्हें तकलीफ हुई। धीरे धीरे उनकी हालत गंभीर होती गई। जब तक उचित इलाज मिल पाता तब तक उन्होंने अंतिम सांस ले ली। कई दशकों से जिले की राजनीति में अपनी एक अलग छवि रखने वाले जलील खां ने 2007 में पहला विधानसभा चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ा और विधायक बनें। अपने पांच साल के विधायक के कार्यकाल में ठेके पट्टे के कमीशन से दूर रहे।

आपको बता दें कि उन्होंने 2012 में टिकट न मिलने के कारण निर्देलीय चुनाव लड़ा लेकिन पराजित हुए। फिर बसपा सुप्रीमो ने उन्हें वापस बुलाया और फिर 2017 में टिकट दिया। लेकिन इसमें भी वे हार गए। हालांकि इसके बाद भी उन्होंने समाज के अपनी जिम्मेदारी नही छोड़ी। उनके पिता का नाम स्वर्गीय अब्दुल हनी है। स्वर्गीय खां अपने पीछे चार पुत्र और एक पुत्री छोड़ गए हैं। उनके निधन की खबर पर पैतृक आवास जमुनिया बाग मुगलजोत खोरहंसा आवास पर भारी भीड़ जुटी है।

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डीएम कैप्टन प्रभांशु श्रीवास्तव, एसपी लल्लन सिंह, बसपा नेता मसूद आलम खां, हाजी जकी ने गहरा शोक जताया है। बसपा जिला अध्यक्ष ने बताया कि पूर्व विधायक के निधन की सूचना बसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को दी गई है। जलील खां के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ रहा है।

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