रूकिए! देने जा रहे है नौकरी से रिजाइन, तो पहले पढ़ लीजिए ये खबर...

संक्षेप:

  • रेजिग्नेशन लेटर देने से पहले रखे कुछ बातों का ध्यान
  • नौकरी छोड़ने से पहले तलाश ले दूसरी नौकरी
  • बचत पर भी रखे ध्यान  

आज के दौर में नौकरी मिलना और नौकरी को छोड़ना आसान नहीं है। लेकिन कुछ एम्प्लॉई तंग आकर रेजिग्नेशन लेटर दे देते है, जिससे कई बार उन्हें आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ता है। इसलिए पहले पूरा तो सोच लें फिर ही रिजाइन दे। रिजाइन देने से पहले इन बातों का रखें ख्याल-

दूसरी नौकरी की करे तलाश

ये भी पढ़े : यूपी के सभी जिलों में खुलेगा एक-एक मॉडल कंपोजिट स्कूल, कक्षा एक से 12 तक की होगी पढ़ाई


एक नौकरी को छोड़ते समय तुरंत आपके हाथ में दूसरी नौकरी का ज्वाइनिंग लेटर हो। नौकरी छोड़ने से पहले देख ले कि किस तरह की नौकरियां उपलब्ध हैं और उन्हें पाना कितना मुश्किल है। नई नौकरी ढूंढते समय से अपनी मौजूदा नौकरी को इस बारे में कुछ भी पता न चलने दें।

सैलरी से हुई सेविंग को देखें

नौकरी छोड़ने से पहले आप अपी सेविंग को देख लें। सेविंग कम से कम इतनी हो कि 6 महीनों तक चल जाए या आमदनी का कोई और साधन जो आपके बेरोज़गारी के समय में आपकी सहायता कर पाए। अपनी बचत को इस्तेमाल करने का एक बजट बनाएँ और नौकरी मिलने तक पैसे बनाने के तरीकों के बारे में सोचें।

भरोसमंद लोगों की लें मदद

नौकरी छोड़ने से पहले आप नई नौकरी के लिए अपने करीबी लोगों को अवश्य कहेंगे, लेकिन मौजूदा दफ्तर में केवल उन लोगों को ही इस बारे में बताएँ जिन पर आप विश्वास कर सकते हैं।

नौकरी छोड़ने से पहले हो जाये पूरे श्योर

नौकरी छोड़ने से पहले सोचें कि आप इस्तीफा क्यों देना चाहते हैं और इसके फायदे व नुकसान क्या हैं। क्या आप अपनी नौकरी में परेशानियों को हटाने के लिए कुछ कर सकते हैं? यदि आप पैसे की वजह से छोड़ रहे हैं, तो क्या आप तनख़्वाह बढ़ाने के लिए बोल सकते हैं?

अपने कॉन्ट्रैक्ट की  ले पूरी जानकारी

नौकरी छोडने से पहले अपनी मौजूदा नौकरी जॉइन करते समय साइन किए गए किन्हीं भी कानूनी दस्तावेज़ों की जांच करें। यह नॉन-कम्पीट समझौतों से लेकर नौकरी में न्यूनतम समय रहने तक कुछ भी हो सकते हैं।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य मेरठ की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।