जानें कहां कहा था अटल ने कि वो देखने में तो सुंदर हूं, दाढ़ी की त्वचा काली हो गई तो क्या हो गया!
- न्यूज़
- Thursday | 16th August, 2018
मेरठ। मेरठ में एक और ऐसे व्यक्ति रहे जो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के साथ 60 के दशक से जुड़े रहे। संघ से जुड़े यह व्यक्ति अटल जी की तरह ही ग्लैमर और मीडिया से दूर रहकर संघ और भाजपा के लिए काम करते रहे। आज भी जब प्रदेश और देश में भाजपा की सरकार है तो भी ऐसे में यह व्यक्ति बिन किसी स्वार्थ भाव से भाजपा के संगठन के लिए गुपचुप तरीके से काम कर रहा है। यह व्यक्ति और कोई नहीं सरस्वती शिशु मंदिर शास्त्रीनगर से प्राचार्य पद से रिटायर्ड हुए ज्वाला प्रसाद मिश्रा हैं। ज्वाला प्रसाद मिश्रा ने 'पत्रिका' से अटल जी के संस्मरण साझा किए।
हल्द्वानी से जुड़ा सुनाया यह किस्सा
उन्होंने एक बड़ा रोचक संस्करण सुनाया जिसके बारे में वह बताते हैं कि अटल जी ने अपना ये राज बताते हुए कहा था कि इसको बाहर किसी को नहीं बताना। ज्वाला प्रसाद ने बताया कि बात उन दिनों की है। जब अटल जी हल्द्वानी गए थे। ज्वाला प्रसाद जी उन दिनों हल्द्वानी में संघ का काम देख रहे थे। इस दौरान उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी जी के साथ एक दिन रहने का मौका मिला। इस एक दिन के जो संस्मरण उनके पास हैं, उन्होंने बड़े रोचक तरीके से बताया। इन संस्मरणों में से एक है अटल जी की दाढ़ी काली होने का राज। ज्वाला जी बताते हैं कि वह सुबह-सुबह अटल जी के कमरे में गए तो अटल जी अपनी दाढ़ी बना रहे थे। अटल जी की दाढ़ी की काली त्वचा देख ज्वाला जी से रहा न गया और उन्हाेंने अटल जी से पूछा कि आपकी दाढ़ी की त्वचा अधिक काली होने का राज क्या है। यह क्या कोई बीमारी है।
शेविंग करने से पहले पाउडर लगाना पड़ता है
ज्वाला जी की इस बात पर अटल जी हंसे और बोले जब वह अमेरिका गए थे तब वहां से दाढ़ी बनाने की एक मशीन लाए थे। इस मशीन से शेविंग करने से पहले एक पाउडर लगाना पड़ता था। जल्दबाजी में कई बार पाउडर लगाना भूल जाते हैं। जिस कारण उनकी दाढ़ी की त्वचा काली हो गई है। ज्वाला जी अटल जी की बात सुनकर चुप हो गए। इसके बाद अटल जी ने दाढ़ी बनाते हुए कहा कि अब इससे क्या फर्क पड़ता है। मैं देखने में तो सुंदर हूं। दाढ़ी की त्वचा काली हो गई है तो क्या हो गया।
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