मेरठ : छात्रों ने सीखा एग्ज़ाम के दौरान कैसे करें टेंशन कंट्रोल

संक्षेप:

  • स्टूडेंट्स ने जाना एग्ज़ाम में कैसे हो स्ट्रेस मैनेजमेंट
  • डॉ पारुल अदलखा और समृद्धि खत्री ने सिखाए गुर
  • मेरठ के दयावती मोदी अकादमी में हुई वर्कशॉप

मेरठ। PEACE सॉल्यूशंस की मनोवैज्ञानिक डॉ पारुल अदलखा और समृद्धि खत्री ने स्ट्रेस मैनेजमेंट पर दो घंटे के वर्कशॉप की। मेरठ की दयावती मोदी अकादमी में छात्रों को एक्ज़ाम के वक्त, टेंशन को कैसे कंट्रोल किया जाए, इसके गुर सिखाए गये।

मनोवैज्ञानिक समृद्धि खत्री ने कहा कि कम्पटीशन बढ़ता जा रहा है और अभिभावकों की उम्मीदें भी आसमान छू रही हैं। वो बच्चों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं। इसके चलते स्कूली बच्चों को परीक्षाओं के दिनों में काफी तनाव से गुज़रना पड़ता है। एक तो पढ़ाई का प्रेशर और दूसरा माता-पिता की उम्मीदों पर ख़रा उतरने की टेंशन।

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क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट समृद्धि खत्री ने कहा कि इस तनाव का विद्यार्थी के शारीरिक और मानसिक स्तर पर बुरा असर पड़ता है। इस वर्कशॉप में छात्रों को एग्ज़ाम, पारवारिक और सामाजिक तनाव से निपटने के शॉर्ट टर्म और लॉंग टर्म स्किल्स सिखाए गए।

डॉ पारुल अदलखा ने कहा कि अगर विद्यार्थी तनाव के कारणों को समझेंगे तो उनको उनसे निपटने का गुर भी सीखने में दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि स्ट्रैस मैनेजमेंट एक कारगर तकनीक है जो कि छात्रों के लिए बहुत मददगार साबित होती है।

डॉ अदलखा ने कहा कि मनोविज्ञान तनाव से निपटने में बहुत कारगर है। चूकिं तनाव आपके काम और परफॉर्मेंस पर बुरा असर डालता है ऐसे में स्ट्रैस मैनेजमैंट आप चाहे छात्र हों या कोई प्रोफेशनल काफी मददगार साबित होता है।

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