Lok Sabha Election 2019: 25 साल बाद सपा-बसपा की ज्वाइंट रैली, मायावती-अखिलेश और चौधरी अजित सिंह करेंगे संबोधित

संक्षेप:

  • 25 साल बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के नेता एक साथ मंच पर साझा रैली करते नजर आएंगे
  • रैली को गठबंधन दल के तीनों बड़े नेता अखिलेश यादव, मायावती और चौधरी अजित सिंह संबोधित करेंगे
  • तीनों पार्टियों के गठबंधन के बाद लोकसभा चुनाव के लिए यह पहली संयुक्त रैली होगी

देवबंद: 25 साल बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के नेता एक साथ मंच पर साझा रैली करते नजर आएंगे. सपा और बसपा की पहली संयुक्त रैली सहारनपुर देवबंद में रविवार को होने जा रही है. इस रैली को गठबंधन दल के तीनों बड़े नेता अखिलेश यादव, मायावती और चौधरी अजित सिंह संबोधित करेंगे.

तीनों पार्टियों के गठबंधन के बाद लोकसभा चुनाव के लिए यह पहली संयुक्त रैली होगी. देवबंद की यह रैली जामिया तिब्बिया मेडिकल कॉलेज के पास आयोजित की गई है, जहां पहले चरण में 11 अप्रैल को चुनाव होने हैं. सपा के प्रवक्ता ने बताया कि देवबंद की रैली में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव मौजूद रहेंगे. यह पहली बार होगा कि गठबंधन की तीनों पार्टियों के प्रमुख नेता एक ही मंच पर होंगे. रालोद प्रवक्ता अनिल दुबे ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष अजित सिंह और उपाध्यक्ष जयंत चौधरी कल देवबंद में रैली को संबोधित करेंगे. बसपा सपा रालोद की संयुक्त रैलियों की शुरूआत कल से हो रही है और आने वाले दिनों में ऐसी कई रैलिया होंगी.

जानकारी के मुताबिक मायावती सात अप्रैल को अमौसी एयरपोर्ट लखनऊ से चार्टर विमान से सरसावां एयरपोर्ट सहारनपुर जाएंगी. वहां एयरपोर्ट से वह हेलीकॉप्टर से जामिया तिब्बिया मेडिकल कालेज देवबंद के पास स्थित जनसभा स्थल पहुंचेंगी और सभा को संबोधित करेंगी. सपा प्रवक्ता के मुताबिक सपा-बसपा-रालोद के गठबंधन से राजनीति में एक नई लहर पैदा हुई है. अखिलश यादव का मानना है कि विचारधारा पर आधारित इस गठबंधन के प्रति जनता में बढ़ते रूझान से भाजपा खेमे में घबराहट और बौखलाहट है. उन्होंने कहा कि जनता हालांकि अब भाजपा के बहकावे में आने वाली नहीं है. उसे भाजपा का पूरा चरित्र मालूम हो गया है.

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एसपी-बीएसपी हिंदुओं में यह मैसेज देना चाहते हैं कि हम पवित्र त्योहार में चुनाव प्रचार की शुरुआत कर रहे हैं. इसका एक कारण जाट वोट बैंक भी है. एसपी-बीएसपी और आरएलडी यह चाहते हैं कि इस बार जाट-मुस्लिम साथ साथ आएं. बता दें लोकसभा चुनाव की शुरुआत 11 अप्रैल से हो रही है. पहले चरण में पश्चिम यूपी की आठ लोकसभा सीटों पर चुनाव होना है. पहले चरण में जहां चुनाव वो लोकसभा क्षेत्र है-सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, और गौतमबुद्धनगर.

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