उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में ग्रामीणों को पीने के लिए शुद्ध जल उपलब्ध कराने को 24 गांवों में चल रही 91.13 करोड़ की योजनाएं आठ साल से अधर में लटकी है।

उसे समझाना चाहिए। नोट- इन खबरों के बारे आपकी क्या राय हैं।

हमें फेसबुक पर कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं। शहर से लेकर देश तक की ताजा खबरें व वीडियो देखने लिए हमारे इस फेसबुक पेज को लाइक करें https://www.facebook.com/AuNewsMeerut/428 गांवों में टंकी लगाने के प्रस्ताव भेजे केंद्र सरकार ने 2024 तक हर घर में टंकी का पानी देने की बात कही है, ऐसे में सभी गांवों का प्रस्ताव जल निगम ने बनाकर भेजा है।

जिले से 428 गांवों में टंकी लगाने के लिए 650 करोड़ के प्रस्ताव भेजे गए हैं।

ऐसे में सवाल यह है कि सात साल में 24 टंकी का निर्माण नहीं करा पाने वाला जल निगम चार साल में 428 गांवों में कैसे कार्य पूरा कराएगा। रखरखाव के नाम पर करोड़ों का खेल जल निगम की जो योजनाएं संचालित हैं, उनके रखरखाव और संचालन को भारत सरकार योजना का 20 प्रतिशत प्रतिवर्ष देती है।

इस पैसे को लेकर जल निगम में हर साल बड़ा खेल होता है।

विभागीय अधिकारी पैसे में गोलमाल करते हैं।

इसके चलते संचालित योजनाएं भी प्रभावित रहती हैं।

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