ANALYSIS: मोदी-योगी के सामने आने से क्यों बच रहे हैं अखिलेश और मायावती

उत्तर प्रदेश के पहले चरण की आठ सीटों के प्रचार के लिए मेरठ पहुंचे प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी ने उसी अंदाज में भाषण दिया, जिसकी उम्मीद थी. पश्चिमी यूपी की 8 सीटों का जातीय आकड़ों और प्रभाव करने वालों मुद्दों पर नजर डालें तो इस इलाके की ज्यादातर सीटें मुस्लिम प्रभाव वाली हैं. मुजफ्फरनगर दंगों के बाद बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां क्लीन स्वीप किया था. इसी को देखते हुए पीएम ने इस इलाके में 2019 के चुनावों के लिए राष्ट्रवाद को मुद्दा बनाया. इस इलाके की पहचान गन्ने की खेती से होती है, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बीएसपी सुप्रीमो मायावती गन्ने के बहाने बीजेपी सरकार पर लगातार हमला बोल रहे हैं. ऐसे में पीएम ने 'अटैक इज द बेस्ट डिफेंस' का फॉर्मूला अख्तियार करते हुए गन्ने के मुद्दे पर बीएसपी और एसपी पर हमला बोल दिया. प्रधानमंत्री ने अपनी पहली औपचारिक रैली में हर उस सवाल का आक्रामक अंदाज में जवाब दिया, जो एसपी-बीएसपी गठबंधन उठा रहा था. पुलवामा और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद चुनाव राष्ट्रवाद पर ही लड़ा जाएगा, ये अंदाजा तो मीडिया और विपक्ष पहले से लगा रहे थे. मेरठ में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के बाद ये साफ हो गया कि बीजेपी 2019 लोकसभा चुनाव राष्ट्रवाद के मुद्दे पर ही लड़ेगी. प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दो तिहाई हिस्से में पाकिस्तान, सर्जिकल स्ट्राइक की बात की. उन्होंने हर उस सवाल का जवाब दिया जो सर्जिकल स्ट्राइक पर उठाया गया था. सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगने वालों पर बीजेपी पहले भी आक्रामक थी और प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में उस आक्रमण को और धार दी.प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और एसपी पर एक हथियार से हमला करते हए वंशवाद को मुद्दा बनाया. गठबंधन पर हमला करते हुए पीएम ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में एसपी और कांग्रेस के गठबंधन की याद दिलाई. पहले चरण की जिन 8 सीटों के लिए प्रधानमंत्री मेरठ में वोट मांग रहे थे, वहां गन्ना बड़ा मुद्दा है. ऐसे में गन्ना मूल्य बकाया को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर था. पीएम ने विपक्ष के इस हथियार से ही उस पर हमला बोल दिया. अमरोहा में बोले PM नरेंद्र मोदी- 5 साल में दुनिया में देश का सिर झुकने नहीं दियामायावती सरकार में चीनी मिलों को बेचे जाने का मुद्दा उठाते हुए पीएम ने साफ किया कि बीजेपी ही किसानों की सबसे बड़ी हितैषी है. ऐसे में साफ है कि पीएम ने अपने भाषण में बीजेपी के परंपरागत वोटों को समेटने के साथ-साथ राष्ट्रवाद और किसानों का मुद्दा उठाकर नए वोटरों को भी बीजेपी से जोड़ने की कोशिश की. Loading... (function(){var D=new Date(),d=document,b='body',ce='createElement',ac='appendChild',st='style',ds='display',n='none',gi='getElementById',lp=d.location.protocol,wp=lp.indexOf('http')==0?lp:'https:';var i=d[ce]('iframe');i[st][ds]=n;d[gi]('M370080ScriptRootC285148')[ac](i);try{var iw=i.contentWindow.document;iw.open();iw.writeln(''+'dy>'+'ml>');iw.close();var c=iw[b];}catch(e){var iw=d;var c=d[gi]('M370080ScriptRootC285148');}var dv=iw[ce]('div');dv.id='MG_ID';dv[st][ds]=n;dv.innerHTML=285148;c[ac](dv);var s=iw[ce]('script');s.async='async';s.defer='defer';s.charset='utf-8';s.src=wp+'//jsc.mgid.com/h/i/hindi.news18.com.285148.js?t='+D.getYear()+D.getMonth()+D.getUTCDate()+D.getUTCHours();c[ac](s);})();पूर्वांचल के इन सीटों पर प्रियंका फैक्टर नहीं, बीजेपी और गठबंधन में है सीधी टक्करएक क्लिक और खबरें खुद चलकर आएगी आपके पास, सब्सक्राइब करें न्यूज़18 हिंदी  WhatsAppअपडेट्स।

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