महिला ने खत लिखकर पति को दिया तलाक, प्रेमी के साथ किया निकाह

संक्षेप:

  • पत्नी ने पति को दिया तीन तलाक
  • प्रेमी के साथ की शादी
  • उलेमाओं ने बताया शरीयत के खिलाफ

मेरठ: अमूमन आपने अब तक पुरुषों द्वारा ही अपनी पत्नियों को तलाक देने के मामले देखे और सुनें होंगे, लेकिन पत्नी द्वारा तलाक का मामला सामने आने के बाद यह न सिर्फ गांव में बल्कि जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित पति ने पुलिस से अपनी पत्नी को वापस ले आने की गुहार लगाई.

सहारनपुर के नकुड़ इलाके के एक गांव में तीन तलाक का एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक महिला ने न सिर्फ अपने शौहर को खत लिखकर तलाक दिया बल्कि प्रेमी के साथ निकाह भी कर लिया.

दरअसल, जिला यमुनानगर निवासी एक महिला का निकाह करीब 10 साल पहले नागल निवासी अब्बास के साथ हुआ था. निकाह के बाद महिला मां भी बनी. जिसके बाद पति-पत्नी में झगड़ा होने लगा और धीरे धीरे दोनों के बीच मारपीट भी होने लगी. महिला का आरोप है कि पहले अब्बास ने उसको तलाक कहा था. जिसके बाद उसने भी खत लिख कर अब्बास को तलाक दे दिया.

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तलाक देने के बाद महिला ने सहारनपुर के गांव लखनौती निवासी प्रेमी नसीम के साथ निकाह कर लिया और उसके साथ लखनौती चली गई. पत्नी के चले जाने के बाद अब्बास ने थाना जठलाना में तहरीर देकर पत्नी को लाने की गुहार लगाईं. पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी. पुलिस पूछताछ में महिला ने बताया कि उसका पति अब्बास उसके साथ मारपीट करता रहता था. वह उससे छुटकारा पाना चाहता थी. इसलिए उसने पति को तलाक देकर प्रेमी नसीम के साथ निकाह कर लिया और अपने प्रेमी के साथ ही रह रही है।

थानाध्यक्ष जठलाना सतपाल सिंह ने बताया पुलिस जांच में महिला द्वारा पति को तलाक देने मामला सामने आया है. मामला इस्लामिक और शरीयत से जुड़ा है जिसके चलते तीन तलाक लेने के बाद पुलिस किसी तरह की कार्रवाई से बच रही है।

महिला के तलाक देने पर देवबंदी उलेमाओं ने न सिर्फ नाराजगी जताई है बल्कि इस तलाक को शरीयत के खिलाफ बताया है. मोबाइल सर्विस ऑनलाइन फतवा विभाग के चेयरमैन मुफ़्ती अरशद फारुकी ने कहा कि शरीयत के मुताबिक इस्लाम में महिला का तलाक देना वाजिब नहीं है. इस्लाम में किसी भी महिला को लिख या तीन तलाक बोल कर शौहर को तलाक देना मान्य नहीं है. 

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