नहीं थम रहे आजम खान के बिगड़े बोल, अब कहा- कलेक्टर से मायावती के जूते साफ करवाएंगे
- आजम खान के विवादित बयानबाजी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है
- आजम खान ने अधिकारियों को तनखइया बताते हुए कहा कि अल्लाह ने चाहा तो वह इनसे (अधिकारियों से) मायावती के जूते साफ करवाएंगे
- आजम खान का वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल
रामपुर: समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के विवादित बयानबाजी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. लोकसभा चुनाव के पहले एक बार फिर उन्होंने विवादित बयान दिया है. हालांकि इस बार उनके बयान का शिकार कोई नेता नहीं बल्कि प्रशासनिक अधिकारी बने हैं. दरअसल उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट पर गठबंधन के उम्मीदवार आजम खान का एक वीडियो सामने आया है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में आजम खान अपनी गाड़ी पर खड़े होकर जनता को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान वह लोगों को उकसाते हुए कह रहे हैं कि डीएम जैसे प्रशासनिक अधिकारियों से डरने की कोई जरूरत नहीं है. आजम खान ने अधिकारियों को तनखइया बताते हुए कहा कि अल्लाह ने चाहा तो वह इनसे (अधिकारियों से) मायावती के जूते साफ करवाएंगे.
Latest by #AzamKhan --
— Raj Shekhar Jha (@rajshekharTOI) April 15, 2019
.. And we wondered why UP was so lawless all these years. Good that these people are on leash now. All they can do is talk now. pic.twitter.com/3Y3gdmsWSk
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आजम खान वीडियो में कहते हुए दिख रहे हैं कि ‘सब डटे रहो. ये कलेक्टर-वलेक्टर से मत डरना. ये तनखइया हैं, तनखइया से नहीं डरते. वो देखे हैं मायावती जी के फोटो. कैसे बड़े-बड़े अफसर रूमाल निकाल कर जूते साफ कर रहे हैं. उन्ही से है गठबंधन. उन्हीं के जूते साफ कराऊंगा इनसे अल्लाह ने चाहा तो.’
मालूम हो कि पिछले लोकसभा चुनाव में भी आजम खान ने करगिल शहीदों को लेकर टिप्पणी की थी. जिसके बाद चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उनके प्रचार पर रोक लगा दी थी. दरअसल साल 2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने गाजियाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि ‘1999 के करगिल युद्ध में भारत को मुस्लिम सैनिकों ने फतह दिलाई. जब हम करगिल जीते तो वहां कोई हिंदू सैनिक नहीं था.’
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