मुजफ्फरनगर क्षत्रिय पंचायत का तुगलकी फरमान, लड़कियां जींस पहनकर निकलींं तो मिलेगा दंड

संक्षेप:

  • मुजफ्फरनगर में एक बार फिर पंचायत में जींस को लेकर फरमान जारी कर दिया गया
  • भा‍रतीय किसान संगठन ने न सिर्फ लड़कियों के जींस पहनने पर पाबंदी ही लगाई
  • बल्कि कहा कि अगर कोई जींस पहनकर घुमता हुआ दिखा तो उसे पंचायत की ओर से समाजिक दंड भी दिया जाएगा

मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर में एक बार फिर पंचायत में जींस को लेकर फरमान जारी कर दिया गया। भा‍रतीय किसान संगठन ने न सिर्फ लड़कियों के जींस पहनने पर पाबंदी ही लगाई। बल्कि कहा कि अगर कोई जींस पहनकर घुमता हुआ दिखा तो उसे पंचायत की ओर से समाजिक दंड भी दिया जाएगा। इसके साथ लड़कों को भी हाफ पैंट पहनकर निकलने पर हिदायत दी गई है।

मंगलवार को मुजफ्फरनगर के चरथावल के गांव पीपलशाह में भार‍तीय किसान संगठन की एक मीटिंग बुलाई गई थी। इसमे क्षत्रिय समाज के लोग जुटे हुए थे। जो पंचायत चुनाव की जारी लिस्‍ट और आपत्तियों को लेकर चर्चा करने के लिए इकठ्ठा हुए थे। इस दौरान क्षत्रिय समाज ने आरक्षण को लेकर चर्चा करते हुए तमाम बातों को लेकर चर्चा की। इसमें वक्‍ताओं ने संस्‍कृति के परिधानों को अपनाने पर अपने विचार रखे। वक्‍ताओं ने कहा कि संस्‍कृति के अनुसार ही लड़के और लड़कियों को वस्‍त्र धारन करना चाहिए।

क्षत्रिय समाज का जारी हुआ फरमान

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भारतीय किसान संगठन के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष पूरण सिंह ने वक्‍ताओं की बात सुनने के बाद फरमान जारी कर दिया। कहा कि कोई भी लड़का यदि हाफ पैंट व लड़कियां अगर जींस पहनकर बाहर निकलती हैं तो उन्‍हें समाजिक दंड देते हुए समाज से बहिष्‍कार किया जाएगा। कहा कि हमारा पहनावा ही हमारी संस्‍कृति की परिचायक है, इसी से हमारी पहचान बनती है। भारतीय संस्‍कृति के अनुरूप ही वस्‍त्र धारण करना चाहिए।


90 फीसद आरक्षण की निंदा

बैठक के दौरान ही पंचायत में 90 फीसद गांवों को आरक्षित करने पर सरकार के इस आदेश को संगठन ने कड़ी निंदा की। कहा कि इतना गांव आरक्षित करना सही फैसला नहीं है। अन्‍य लोगों को भी, जो गांव का विकास करना चाहते हैं उनको भी मौका मिलना चाहिए।

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