Lok Sabha Election 2019: मुजफ्फरनगर में चौधरी अजित सिंह और संजीव बालियान में कांटे की टक्कर

संक्षेप:

  • इस बार यहां जाट के सबसे बड़े नेता चौधरी अजित सिंह की साख दाव पर लगी है
  • संजीव बालियान के पास पिछड़ी जातियां, सवर्णों के साथ-साथ जाट वोटों की भी ताकत है
  • किसी इलाके में जाट बिरादरी अजित सिंह के पक्ष में तो कहीं संजीव बालियान के पक्ष में खड़ी है

मुजफ्फरनगर: 2013 के सांप्रदायिक दंगों की वजह से बदनाम हुआ मुजफ्फरनगर लोकसभा चुनाव में एक बार फिर चर्चा में है. बीजेपी ने 2014 में मुजफ्फरनगर माड्यूल को भुना कर वेस्ट यूपी की सभी सीटों पर कब्जा जमा लिया था. लेकिन इस बार हवा कुछ बदली है. इस बार यहां जाट के सबसे बड़े नेता चौधरी अजित सिंह की साख दाव पर लगी है. एनडीए सरकार में मंत्री रहे डॉ. संजीव बालियान को जाटों के सबसे बड़े नेता के रूप में जाने जाने वाले चौधरी चरण सिंह के पुत्र चौधरी अजित सिंह से मुकाबला करना पड़ रहा है. यह मुकाबला दोनों के लिए ही जीवन-मरण का प्रश्न है और आसान नहीं है.

चौौधरी अजीत सिंह का साख दांव पर

पश्चिम उत्तर प्रदेश की जाट लैंड के नेता चौधरी अजित सिंह अपने राजनीतिक करियर में सूबे के प्रमुख क्षेत्रीय दलों से लेकर दोनों प्रमुख राष्ट्रीय दलों के साथ मिलकर चुनावी राजनीति में हाथ आजमा चुके हैं और सत्ता का स्वाद चख चुके हैं. 2019 के आगामी लोकसभा चुनाव में चौधरी अजित सिंह बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर सत्ताधारी बीजेपी को चुनौती दे रहे हैं और हाल में देवबंद की गठबंधन रैली से उन्होंने बीजेपी को ऐसी ठोकर मारने का दंभ भरा है कि वो सीधे नागपुर जाकर गिरे.

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संजीव बालियान के पास पिछड़ी जातियां, सवर्णों के साथ-साथ जाट वोटों की भी ताकत है

बीजेपी प्रत्याशी संजीव बालियान के पास पिछड़ी जातियां, सवर्णों के साथ-साथ जाट वोटों की भी ताकत है. दूसरी ओर चौधरी अजित सिंह के पास गठबंधन की ताकत है. दोनों ही ओर से जाट प्रत्याशी होने के कारण जाट बिरादरी ही दुविधा में है. किसी इलाके में जाट बिरादरी अजित सिंह के पक्ष में तो कहीं संजीव बालियान के पक्ष में खड़ी है. जाटों की इलाकेवार और खापों की पंचायतें निरन्तर जारी हैं. इन पंचायतों में सीधा फैसला लेने में पंचों को कठिनाई आ रही है. ऐसे में 11 अप्रैल को मतदान का तरीका और प्रतिशत जीत-हार तय करेगा.

मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट- कुल मतदाता 16,85, 594

मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी पांच विधानसभा सीटों पर 2017 के चुनावों में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की थी। मुजफ्फरनगर जिले की चार खतौली, चरथावल, मुजफ्फरनगर व बुढाना और मेरठ जिले की सरधना विधानसभा सीट पर बीजेपी के ही विधायक हैं.

मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट का जातिगत समीकरण

जाट- 1,60,000
गुर्जर- 57,000
मुस्लिम- 5,25,000
एससी- 2,10,000
सवर्ण- 3,90,000
अन्य- 4,50,000

 

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