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मुजफ्फरनगर: CAA हिंसा में मारे गए नूरा के परिवारवालों से मिलीं प्रियंका, बोलीं- पुलिस ने लोगों को बेरहमी से पीटा
- प्रियंका गांधी का नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने का सिलसिला जारी है.
- वह शनिवार को इसी तरह की हिंसा में मारे गए नूरा के परिवार वालों से मिलने के मुजफ्फरनगर पहुंचीं.
- मुजफ्फरनगर में 20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन हुआ था और इस दौरान हुई हिस्सा में नूरा की मौत हो गई थी.
मुजफ्फरनगर: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने का सिलसिला जारी है. वह शनिवार को इसी तरह की हिंसा में मारे गए नूरा के परिवार वालों से मिलने के मुजफ्फरनगर पहुंचीं और परिजनों को हाल जाना. प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस नेता इमरान मसूद और पंकज मलिक भी हैं. बता दें कि मुजफ्फरनगर में 20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन हुआ था और इस दौरान हुई हिस्सा में नूरा की मौत हो गई थी.
@priyankagandhi
— UP East Congress (@INCUPEast) January 4, 2020
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नूरा के परिजनों से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं मौलाना असद हुसैनी से मिलीं, जिन्हें पुलिस ने बेरहमी से पीटा था, नाबालिगों सहित मदरसा के छात्रों को पुलिस ने बिना किसी कारण के उठाया था, उनमें से कुछ को रिहा कर दिया गया था और कुछ अभी भी हिरासत में हैं. प्रियंका गांधी पहले ही नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुए हिंसा में मारे गए परिवारों को पत्र लिखकर हर कदम पर साथ देने की बात कही थी. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी और पीएल पुनिया अपनी पार्टी की नेता प्रियंका गांधी वाड्रा का पैगाम लेकर फिरोजाबाद में पीड़ित परिवार के घर पहुंचे थे.
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सक्रियता से चिढ़ीं सपा-बसपा
नए नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन में पीड़ित परिवारों से मिलने के साथ ही प्रियंका गांधी लगातार यूपी की योगी सरकार पर हमलावर हैं. वहीं उनकी उत्तर प्रदेश में बढ़ रही सक्रियता समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को खटकने लगी है. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के अलावा प्रदेश में हुई अन्य घटनाओं में प्रियंका ने न केवल बढ़चढ़ कर भाग लिया, बल्कि सपा बसपा को मात दे दी. इससे दोनों दलों को अपने वोट बैंक खिसकने का डर सताने लगा है. इसीलिए मायावती ने तो प्रियंका पर हमले भी शुरू कर दिए हैं.
भेज रहीं संविधान की प्रस्तावना
बता दें कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश की जनता के बीच किसी न किसी माध्यम से जुड़ी रहना चाहती हैं और इसके लिए उन्होंने एक नायाब तरीका निकाला है. वह नए साल की शुभकामनाओं वाले ग्रीटिंग कार्ड के साथ संविधान की प्रस्तावना भेज रही हैं. इस तरह वह लोगों को संविधान के प्रति जागरूक करने के साथ ही उनसे मेल-जोल भी बढ़ा रही हैं. इस ग्रीटिंग कार्ड की खासियत यह है कि इसमें एक तरफ भारतीय संविधान की प्रस्तावना छपी है, जबकि दूसरी ओर नए साल का बधाई संदेश छापा गया है. नीचे की ओर प्रियंका गांधी के हस्ताक्षर भी अंकित हैं. ये ग्रीटिंग कार्ड सभी को डाक के माध्यम से भेजे जा रहे हैं.
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