Rj Naved ने ऐसा प्रैंक कर तोड़ा फैंस का दिल, ट्विटर पर हुए ट्रोल
- रेडियो के लोकप्रिय प्रैंकस्टर्स में से एक आरजे नवेद
- रेडियो मिर्ची जो की अपने सेगमेंट `मिर्ची मुर्गा` के लिए सबसे प्रसिद्ध है
- जानवरों पर ऐसे चुटकुले बनाना असंवेदनशील और निडर असंतोष है
लोगों को लुभाने के लिए उन्हें एंटरटेन करने के लिए रेडियो जॉकि कई तरीके अपनाते हैं और कई तरीके के प्रैंक करते हैं जो सिर्फ तब तक मजेदार लगते हैं जब मजाक की कोई सिमा पार न कर ले और यही किया रेडियो के लोकप्रिय प्रैंकस्टर्स में से एक आरजे नवेद ने।
रेडियो मिर्ची जो की अपने सेगमेंट `मिर्ची मुर्गा` के लिए सबसे प्रसिद्ध है, जहां आरजे नावेद लोगों को बुलाता है और प्रैंक कर जहां एक तरह लोगों को गुदगुदाता है वहीं दूसरी ओर कई बार लोगों की भावनाओं को दुख भी पहुंचाता है। एक पालतू जानवर जोकि किसी परिवार में पलता है वो एक परिवार के सदस्य की तरह ही होता है ऐसे में उसे कुछ हो जाने से या उसके कहीं चले जाने से उसे परिवार को काफी दुख पहुंचता है। ऐसी परिस्थितियों में, खोए हुए पालतू जानवरों पर ऐसे चुटकुले बनाना असंवेदनशील और निडर असंतोष है। लेकिन रेडियो मिर्ची के जाने माने आरजे नावेद ने इस बात पर ध्यान न देते हुए ऐसा मजाक किया कि वो ट्रोल हो गए और उन्हें लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा।
@rjnaved @RadioMirchi The most insensitive & uncivil prank. A family who had put up posters to find their lost pet receives such a call from you. Pets are family. Would you play this prank if a human child was lost?#ShamefulEntertainment #dogs #dog pic.twitter.com/Ww6QTHj0Lm
— Sachin Stalin (@SachinStalin) May 6, 2018
ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी
दरअसल आरजे नावेज ने लापता कुत्ते के लिए पोस्टर पर लगे लड़के के नंबर पर फोन किया और कुत्ते के मालिक क कहा कि आपका कुत्ता मिल गया है। लेकिन जब कुछ देर बाद उसे ये एहसास हुआ की ये एक झूठ है और ये एक गंदा मजाक किया जा रहा है तो उसने आरजे नावेद पर काफी गुस्सा करते हुए गालियां भी दी। जिसके बाद उनका ये ऑडियो ट्विटर पर डाला गया और इसके बाद वो ट्रोल हो गए और काफी लोगों ने इस प्रैंक को गलत बताया और अपना नाराजगी जाहिर की।
If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.
Read more Noida की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।