आम्रपाली बायर्स से मिले बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता, कहा उन्हें है परेशानी का एहसास

संक्षेप:

  • आम्रपाली के दफ्तर के बाहर सैकड़ों निवेशक अपने मकान के लिए हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं
  • बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल बायर्स से मिलने पहुंचे
  • नोएडा के सेक्टर 62 में आम्रपाली के दफ्तर के बाहर निवेशकों को धरने पर बेठे हुए पुरे 29 दिन हो गए हैं

नोएडा के सेक्टर 62 में स्थित आम्रपाली के दफ्तर के बाहर सैकड़ों निवेशक अपने मकान के लिए हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं। लेकिन न तो प्रशासन इनकी सुनने को तैयार है और न ही सरकार इनकी परेशानी का कोई हल निकाल रही है। कुछ दिन पहले 3 राज्य मंत्रियों की एक कमेटी के साथ इन बायर्स की एक बैठक करायी गयी। लेकिन उसका नतीजा भी सिफर रहा। इन्हें सिर्फ झूठे आश्वासन दिए गए। वहीं आज बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल को अपने बीच पाकर इन बायर्स में एक उम्मीद की किरण जागी। 

आपको बता दें कि नोएडा के सेक्टर 62 में आम्रपाली के दफ्तर के बाहर निवेशकों को धरने पर बेठे हुए पुरे 29 दिन हो गए हैं। वहीं आज बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल आज बायर्स से मिलने पंहुचे। गोपाल क्रष्ण अग्रवाल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के काफी करीबी माने जाते हैं। मीडिया से रूबरू होते हुए गोपाल ने बताया उन्हें यहाँ अमित शाह द्वारा भेजा गया है। उन्हें इन बायर्स की परेशानी का पूरा अहसास है। उन्होंने कहा की वो जल्दी ही पार्टी अध्यक्ष और मोदी से मिलकर बायर्स की समस्या को उनके सामने रखेंगे और कोई हल निकालेंगे। वहीं प्रवक्ता ने एनसीएलटी के नियमों में संशोधन की बात भी कही। उन्होंने कहा इसके लिए वो महेश शर्मा से कहेंगे की इस मुद्दे को ससंद में रखें। 

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


वहीं बायर्स का कहना है कि उन्हें अब किसी की बात पर भरोसा नहीं है अभी तक सकरार की तरफ से उन्हें सिर्फ आश्वासन दिए जा रहे हैं। जब तक सरकार अनिल शर्मा के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाती उनका प्रदर्शन जारी रहेगा और अगर अभी भी उनकी बात नहीं सुनी गयी तो वो लोग उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Noida की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles