10 दलों के नेताओं के साथ कश्मीर के लिए रवाना हुए राहुल गांधी, आजाद ने कहा- हम कानून तोड़ने नहीं जा रहे हैं
- पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल आज जम्मू-कश्मीर का दौरा करेगा.
- राहुल गांधी इस दौरे के लिए ऱवाना हो चुके हैं.
- ये प्रतिनिधिमंडल घाटी के लोगों और पार्टी नेताओं से मुलाकात करेगा.
नई दिल्ली: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल आज जम्मू-कश्मीर का दौरा करेगा. राहुल गांधी इस दौरे के लिए अपने घर से निकल चुके हैं. ये प्रतिनिधिमंडल घाटी के लोगों और पार्टी नेताओं से मुलाकात करेगा.
Congress leader Rahul Gandhi onboard flight to Srinagar. A delegation of Opposition leaders, including Rahul Gandhi, are visiting Jammu & Kashmir today. pic.twitter.com/VMnquvE1WQ
— ANI (@ANI) August 24, 2019
‘हम कानून तोड़ने नहीं जा रहे’
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने घर से निकलते समय मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘सारे जिम्मेदार नेता जा रहे हैं. हम कोई कानून तोड़ने नहीं जा रहे हैं. सरकार कहती है कि हालात सामान्य हैं और फिर वो जाने नहीं देते हैं.’ आजाद ने कहा कि
`महबूबा, फारूक सब नजरबंद क्यों हैं. अगर हालात सामान्य हैं तो वो मुझे अपने घर क्यों नहीं जाने देते हैं. सरकार कुछ छुपा रही है, देश को बताओ. हम कानून मानने वाले लोग हैं.
उन्होंने कहा कि जम्मू के बच्चों को कश्मीरी बताकर हालात सामान्य होने की बात कही जा रही है. हालात सामान्य हैं तो मेरा कश्मीर घर है, मैं प्रदेश का पूर्व सीएम हूं, मुझे वहां क्यों नहीं जाने दिया जा रहा?
प्रतिनिधिमंडल का ये नेता हैं हिस्सा
इस प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी के साथ पार्टी के नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और भाकपा, माकपा, राजद, डीएमके के नेता तथा अन्य लोग भी हिस्सा होंगे. बसपा और सपा इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा नहीं हैं. इस बीच जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बयान जारी करके कहा है कि ‘विपक्षी नेता कश्मीर ना आएं और सहयोग करें. नेताओं के दौरे से असुविधा होगी. हम लोगों को आतंकियों से बचाने में लगे हैं.’ प्रशासन ने कहा कि नेता उन प्रतिबंधों का भी उल्लंघन कर रहे होंगे, जो अभी भी कई क्षेत्रों में हैं. वरिष्ठ नेताओं को समझना चाहिए कि शांति, व्यवस्था बनाए रखने और नुकसान को रोकने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी.
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