GST Council की बैठक में फैसला, सैनिटरी नैपकिन पर खत्म जीएसटी
- GST काउंसिल की 28वीं बैठक
- टैक्स दायरे से बाहर सैनिटरी नैपकिन
- बैठ में 35 अन्य उत्पाद भी सस्ते करने के फैसले
जीएसटी काउंसिल की बैठक में निटरी नैपकिन को जीएसटी से बाहर रखने का फैसला लिया गया है। केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में जीएसटी काउंसिल की 28वीं बैठक में महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। इससे पहले कारोबारियों के लिए जीएसटी रिटर्न नियम आसान करने पर सहमति बन गई है। अब जीएसटी रिटर्न भरने वाला फॉर्म सिर्फ 1 पन्ने का होगा। वहीं, महीने में 3 बार रिटर्न के झंझट से भी मुक्ति मिल गई है। 5 करोड़ रुपए तक के टर्नओवर वालों को तिमाही रिटर्न भरना होगा।
At the 28th Meeting of Goods & Services Tax Council, discussed how GST, as an embodiment of cooperative federalism, has brought transparency & honesty, and its implementation benefits 125 crore Indians as it has brought a reduction in prices of products & services. pic.twitter.com/e5aIYj2DQR
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 21, 2018
जानकारी के मुताबिक, सैनेटरी नैपकिन पर जीएसटी खत्म कर दिया है। पहले 12% लगता था। 28% स्लैब वाले कई उत्पादों पर रेट घटाया गया है। करीब 30 उत्पादों पर जीएसटी घटाने की जानकारी है। बांस की फ्लोरिंग पर जीएसटी 18% से घटाकर 12% किया है। वहीं चीनी पर सेस लगाने को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ। काउंसिल ने जीएसटी कानून में प्रस्तावित 46 बदलावों को मंजूरी दे दी है।
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जीएसटी काउंटसिल 28वीं बैठक में हुए बड़े फैसले
- महिलाओं को तोहफा देते हुए सरकार ने सैनिटरी नैपकिन को जीएसटी दर के बाहर कर दिया है।
- बम्बू फ्लोरिंग पर जीएसटी दर को घटाकर 12 फीसदी कर दिया गया है।
- सरकार ने चीनी सेस पर कोई फैसला नहीं किया।
- सिंपल रिटर्न फाइलिंग को मंजूरी मिली।
- 5 करोड़ रुपए या ऊपर के टैक्स पेयर हो हर महीने फाइल करना होगा रिटर्न।
गौरतलब है कि जीएसटी काउंसिल की 28वीं बैठक में सरकार ने कई वस्तुओं को 28 फीसदी टैक्स से घटाकर 12 फीसदी दर कर दिया है। इस बैठक की अध्यक्षता वित्तमंत्री का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे पीयूष गोयल ने की है। वहीं दिल्ली के वित्तमंत्री मनीष सिसोदिया ने सरकार पर कई मुद्दों को लेकर निशाना साधा है।
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