नोएडाः कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए शुरू हुई मुखबिर योजना, मिलेंगे 2 लाख

संक्षेप:

  • नोएडा में कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए शुरू की मुखबिरयोजना
  • सूचना देने वाले को मिलेंगे 2 लाख रुपए
  • मुखबिर का नाम गुप्त रखा जाएगा

नोएडाः कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए प्रशासन ने आम लोगो को जोड़ने की योजना बनाई है।जिसके लिए मुखबिर योजना की शुरूआत की है और आम आदमी मुखबिर बन के ऐसे अल्ट्रासाउंड केंद्र जो लिंग परीक्षण करते हैं। उन्हें पकड़ने में प्रशासन की मदद करेगा। उन्हे दो लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि दिया जाएगा। प्रदेश सरकार के निर्णय के अनुसार जो अल्ट्रासाउंड केंद्र लिंग परीक्षण करते हैं। उन्हें पकड़ने के लिए मुखबिर योजना प्रारंभ की गई है। इनके बारे में सूचना देने वाले व्यक्ति को दो लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि तीन चरणों में दी जाएगी। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा।

पुलिस विभाग की तरह स्वास्थ्य विभाग में भी होंगे मुखबिर

पुलिस की तर्ज पर स्वास्थ्य विभाग ने जिले में मुखबिर तैनात करने का निर्णय लिया है। प्रसव पूर्व लिंग परीक्षण, अवैध गर्भपात की सूचना देने वाले व्यक्ति को सरकार दो लाख रुपये प्रोत्साहन राशि देगी। कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। वहीं डॉ. सिरीष जैन ने बताया कि सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा।

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उन्होंने बताया कि ऐसे व्यक्ति जिनकी सूचना बार-बार गलत निकलेगी, उनका नाम मुखबिर की सूची से बाहर कर दिया जाएगा और उनकी जानकारी पर टीम नहीं भेजी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग का कहना है की उसके तमाम प्रयासो के वावजूद कुछ अल्ट्रासाउंड केंद्र लिंग परीक्षण कर रहे हैं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक महिला की सूचना पर गोल्डन अस्पताल में छापा मारा था और प्रसव पूर्व लिंग परीक्षण करते पकड़ा था।

सेक्टर-33 स्थित दीपाक्षी अस्पताल में संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्र में दूसरे डॉक्टर की रिपोर्ट लगाने का मामला पकड़ा गया था। अल्ट्रासाउंड केंद्र के मालिक डॉ. केशव आनंद के खिलाफ सीजीएम कोर्ट में मामला दर्ज कराया गया था।

 

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