चिदंबरम अरेस्ट: कपिल सिब्बल ने SC की मंशा पर ही उठाए सवाल, मीडिया पर भी बरसे

संक्षेप:

  • पी. चिदंबरम की गिरफ्तारी से आहत कांग्रेस नेता लगातार सरकार निशाना बना रहे हैं.
  • अब तो उन्होंने सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाई कोर्ट और मीडिया की मंशा पर भी सवाल उठाना शुरू कर दिया है.
  • पार्टी के दिग्गज नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने इशारों-इशारों में दिल्ली उच्च न्यायालय समेत देश की शीर्ष अदालत के इरादे पर सवाल उठाया है.

नई दिल्ली: पी. चिदंबरम की गिरफ्तारी से आहत कांग्रेस नेता लगातार सरकार निशाना बना रहे हैं और अब तो उन्होंने सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाई कोर्ट और मीडिया की मंशा पर भी सवाल उठाना शुरू कर दिया है। पार्टी के दिग्गज नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने इशारों-इशारों में दिल्ली उच्च न्यायालय समेत देश की शीर्ष अदालत के इरादे पर सवाल उठाया और कहा कि जिस तरह ऑर्डर पास किए जा रहे हैं, वह बेहद चिंता की बात है।

दिल्ली हाई कोर्ट जज की मंशा पर सिब्बल का सवाल

सिब्बल ने चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका खारिज करने वाले दिल्ली हाई कोर्ट के जज के बारे में कहा, `उन्होंने 25 जनवरी से ही फैसला सुरक्षित रखा था और सात महीने बाद जब रिटायरमेंट के दो दिन बचे तो जजमेंट दे दिया।` सिब्बल यहीं नहीं रुके, उन्होंने फैसले की टाइमिंग पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, `3.25 बजे जजमेंट दिया गया। जजमेंट के बाद हमने अग्रिम जमानत की याचिका पेश की तो इसे शाम चार बजे रिजेक्ट कर दिया गया ताकि हम सुप्रीम कोर्ट भी नहीं जा सकें।` सिब्बल ने कहा कि जिस तरह ऑर्डर पास हो रहे हैं, वह चिंताजनक है।

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सुप्रीम कोर्ट पर भी बरसे सिब्बल

सिब्बल ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में चली गतिविधियों पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, मुवक्किल का हक होता है कि वह अपील करे। यह उसका हक है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में दायर चिदंबरम की अग्रिम जमानत की याचिका के बारे में कहा, `हमें कहा गया कि सीजेआई इस पर फैसला लेंगे। जब सुप्रीम कोर्ट हैंडबुक के मुताबिक सीजेआई संवैधानिक बेंच में बिजी हैं तो नियम यह है कि दूसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश इसकी सुनवाई करें। हमें अपना अधिकार नहीं मिला। रजिस्ट्रार ने बताया कि चीफ जस्टिस शाम 4 बजे इस पर सुनवाई करेंगे। 4 बजे सुनवाई का समय ही नहीं बचता है।` उन्होंने इशारों-इशारों में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने चिदंबरम की याचिका पर जानबूझकर तुरंत सुनवाई नहीं की। उन्होंने कहा, कोर्ट सुनवाई ही नहीं करेगी और दो दिन बाद के लिए याचिका लिस्ट करेगी और इस बीच गिरफ्तारी हो जाए तो इसका मतलब है कि पिटिशन इन्फेक्चुअस (निष्प्रभावी) हो गई।`

मीडिया को भी बनाया निशाना

वहीं, सिब्बल के साथ-साथ एक अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और सुप्रीम कोर्ट के दिग्गज वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने भी मीडिया रिपोर्टों पर नाराजगी प्रकट की। सिब्बल ने कहा, `आपका मीडिया कह रहा है कि चिदंबरम भाग गए हैं। वह वित्त मंत्री रहे चुके हैं, गृह मंत्री रह चुके हैं।` उन्होंने सवाल किया, `वह (चिदंबरम) भागने वाले आदमी हैं?` वहीं, अभीषेक मनु सिंघवी ने मीडिया पर बरसते हुए कहा कि मीडिया जिस तरह से चिदंबरम को फरार या भगोड़ा बता रहा है, यह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि चिदंबरम कहीं नहीं गए थे। उन्होंने कांग्रेस दफ्तर आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, फिर भी कहा गया कि भाग गए। यह बहुत दुखद है।

सिर्फ चिदंबरम का मामला नहीं, सिस्टम की चिंता है

सिब्बल ने चिदंबरम की गिरफ्तारी को सिस्टम में छेड़छाड़ से जोड़ दिया और कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है। उन्होंने कहा, `यह सिर्फ चिदंबरम का मामला नहीं है। यह सिस्टम से जुड़ा मसला है। कानून को अपना काम करते रहना चाहिए। इसकी कोई चिंता नहीं है। चिंता की बात यह है कि सिस्टम को इस तरह तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है।` सिब्बल ने भविष्य में हर क्षेत्र के विरोधियों के सरकार का शिकार होने की आशंका प्रकट की। उन्होंने कहा कि अभी राजनीतिक पार्टी निशाने पर है, कल को मीडिया का शिकार किया जा सकता है।

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