नोएडा में फिर मुठभेड़, 2.5 लाख रुपये का कुख्यात इनामी बदमाश ढ़ेर

संक्षेप:

  • बुलंदशहर के रहने वाले कुख्यात अपराधी बलराज भाटी को एसटीएफ के जवानों ने मार गिराया
  • बलराज भाटी की मौत से उसके साथियों में दहशत का माहौल व्याप्त
  • एसटीएफ के अनुसार, मुठभेड़ में मारे गए बदमाश पर ढ़ाई लाख रुपये का इनाम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में ‘खाकी’ का खौफ लगातार जारी है। ताबड़तोड़ हो रहे एनकाउंटर के बावजूद भी अपराधियों में पुलिस का खौफ कुछ खासा दिख नहीं रहा है। मामला गौतमबुद्ध नगर के सेक्टर-29 नोएडा का है। जहां बुलंदशहर के रहने वाले कुख्यात अपराधी बलराज भाटी को एसटीएफ के जवानों ने मार गिराया। बलराज भाटी की मौत से उसके साथियों में दहशत का माहौल व्याप्त है। एसटीएफ के अनुसार, मुठभेड़ में मारे गए बदमाश पर ढ़ाई लाख रुपये का इनाम घोषित था। बता दें कि नोएडा के एसएसपी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते हैं। लेकिन एसटीएफ ने ये एनकाउंटर अपने नाम करके एक बड़ा नाम किया है।

 उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान पुलिस की आंख की किरकिरी बने कुख्यात बदमाश बलराज भाटी को एसटीएफ गुरुग्राम और नोएडा ने मुठभेड़ में मार गिराया है। यह मुठभेड़ सोमवार को नोएडा सेक्टर-29 में हुई।  बलराज भाटी कितना बड़ा कुख्यात बदमाश था, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उस पर दो राज्यों की पुलिस ने 2 लाख रुपये का ईनाम रखा था। इसमें हरियाणा पुलिस और दिल्ली पुलिस की ओर से एक-एक लाख का इनाम रखा था। मुठभेड़ के दौरान करीब 80 राउंड दोनों तरफ से फायरिंग हुई, जिसमें कुख्यात बदमाश बलराज मारा गया।

आपको बताते चलें की बलराज भाटी इस समय पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा बदमाश था, जो जेल से बाहर था। आइजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि पिछले तीन माह से एसटीएफ बलराज भाटी की गतिविधियों पर नजर रखे हुए था। करीब एक साल पहले गुरुग्राम के खांडसा गांव में फरीदाबाद व गुरुग्राम पुलिस से बलराज भाटी की मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान बलराज गोली चलाकर मकान के पिछले दरवाजे से भाग निकला था।

ये भी पढ़े : युवती ने अश्लील वीडियो चैट कर बनाया एमएमएस, सोशल मीडिया पर वायरल करने की दी धमकी, मांगे 20 हजार रुपये


 

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Noida की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles