ओपन लेटर जारी कर राहुल ने कहा- मैंने इस्तीफा दे दिया, अब मैं पार्टी अध्यक्ष नहीं हूं

संक्षेप:

  • कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अब अपनी पार्टी से सीधे शब्दों में कह दिया है कि वो अब अध्यक्ष नहीं है.
  • राहुल ने कहा कि पार्टी जल्द से जल्द नए अध्यक्ष का चुनाव करे.
  • इसमें किसी भी तरह की देरी करना बेकार है.

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अब अपनी पार्टी से सीधे शब्दों में कह दिया है कि वो अब अध्यक्ष नहीं है.  राहुल ने कहा कि पार्टी जल्द से जल्द नए अध्यक्ष का चुनाव करे. इसमें किसी भी तरह की देरी करना बेकार है. उन्होंने कहा है कि मैं अपना इस्तीफा पहले ही दे चुका हूं और अब ज्यादा देर तक पद पर नहीं रह सकता हूं. राहुल गांधी ने ट्वीट कर इस्तीफे का पत्र जारी किया है.

किसी की नहीं माने राहुल

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


कांग्रेस के कई नेताओं की तरफ से राहुल गांधी को अध्यक्ष पद पर बने रहने की सलाह दी गई. लेकिन राहुल किसी की नहीं माने. खुद उनकी मां और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने भी उनको इस्तीफा न देने की सलाह दी थी. लेकिन राहुल लगातार हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की बात कर रहे थे. जिसके बाद अब उन्होंने खुद बयान दिया है और पार्टी को अध्यक्ष चुनने को कहा है. हाल ही में सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में पार्टी सांसदों ने राहुल गांधी को मनाने की अंतिम कोशिश की, लेकिन राहुल अपने फैसले पर कायम रहे और कहा कि वह अध्यक्ष पद से इस्तीफा देंगे. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी से कहा कि हार की जिम्मेदारी पूरी पार्टी की है, वो खुद इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं. सभी 51 सांसदों ने भी उनसे यही बात कही, लेकिन राहुल गांधी ने किसी की नहीं मानी

समर्थक दे रहे धरना

राहुल गांधी के इस्तीफे की खबर सुनते ही उनके समर्थकों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है. राहुल गांधी के आवास के बाहर पिछले कई दिनों से उनके समर्थक जुटे हैं और उनसे अपना फैसला वापस लेने की मांग कर रहे हैं. हाथों में पोस्टर और बैनर लिए समर्थकों का कहना है कि पार्टी और देश को राहुल गांधी की जरूरत है, इसीलिए उनका इस्तीफा देना सही नहीं है.

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Noida की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles