महंगे ड्रग्स, म्यूजिक और जिस्मों की नुमाईश... ग्रेटर नोएडा की रेव पार्टी में ऐसे चलता है जिस्मफरोशी का धंधा

संक्षेप:

  • रेव पार्टी के आयोजकों को 6 महिलाएं लड़कियां उपलब्ध कराती थीं.
  • एस्कॉर्ट्स सर्विस की तरफ से देह व्यापार के लिए लड़कियां सप्लाई कराती थीं.
  • इन कमरों में जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा था.

नोएडा: ग्रेटर नोएडा की रेव पार्टी पर शनिवार देर रात को पुलिस रेड होने के बाद नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं. यहां से 192 लोगों को गिरफ्तार किया गया था जिसमें 31 लड़कियां थीं. इन 31 लड़कियों में 6 लड़कियां वो थी जो एस्कॉर्ट्स सर्विस की तरफ से देह व्यापार के लिए लड़कियां सप्लाई कराती थीं.
आयोजकों ने फार्म हाउस के गेट पर 2 लोगों को निगरानी के लिए खड़ा किया था. यह लोग बाहर की गतिविधि के बारे में तुरंत आयोजकों को सूचना दे रहे थे. शनिवार रात 1 बजे जब पुलिस फार्म हाउस के गेट पर पहुंची तो बाहर की निगरानी कर रहे व्यक्ति ने इसकी जानकारी अंदर एक आयोजक को दी थी. जिसके बाद अंदर पार्टी कर रहे सभी लोग सतर्क हो गए थे. उस समय फार्म हाउस में बने तीन कमरों में लड़के-लड़कियां थे.

एस्कॉर्ट एजेंसी लड़कियों को हायर करके फार्म हाउस में सप्लाई करती थी

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वहां पुलिस की भनक लगते ही कमरों से लड़के-लड़कियों को बाहर निकाल दिया गया था. इन कमरों में जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा था.फार्म हाउस में प्रवेश फीस के अलावा इन कमरों को बुक करने के लिए अलग से किराया चुकाना होता था. आयोजकों को 6 महिलाएं लड़कियां उपलब्ध कराती थीं, ये भी गिरफ्तार हो चुकी हैं. लड़कियों को दिल्ली से लाया जाता था. ये महिलाएं एक एजेंसी के जरिये लड़कियों को हायर करके रात एक बजे के बाद फार्म हाउस में लड़के और लड़कियों को ज्यादा नशा परोसा जाना था. रात 10 बजे से पार्टी शुरू होकर सुबह चार बजे तक चलनी थी मगर पुलिस ने एक बजे छापेमारी कर सभी को गिरफ्तार कर लिया.

50 के दशक से ही लंदन में रेव पार्टी का है चलन

1950 के दौरान लंदन, इंग्लैंड में पहली बार रेव शब्द का इस्तेमाल सोहो बेटनिक सेट की `बोहेमियन पार्टियों के बारे में विस्तार से बताने के लिए किया गया. वो खास की तरह की पार्टियां होती थी. जिसमें भागेदारी करने वाले पुरुष और महिलाएं अजीब तरह से बर्ताव करते थे. वे एक दूसरी ही दुनिया में चले जाते थे. उन पार्टियों में संगीत का बड़ा योगदान होता था. उस वक्त जैज संगीतकार मिक मुलिगन को रैवर्स का राजा कहा जाता था.

रैव पार्टी मतलब उन्मादी म्यूजिक, बैंड और लाइट्स

1958 में ऐसी पागलपन और उन्माद से भरी पार्टियों के लिए रेव ऑन हिट शब्द भी इस्तेमाल किया गया. बाद में तेजी से ऐसी पार्टियों का चलन बढता गया. जिनमें आधुनिक तरीके भी शामिल होते रहे. उस समय कहा जाता था कि ऐसी पार्टियों में शामिल होने वाले लोग जंगलियों जैसा बर्ताव करते थे. इसलिए कुछ लोग रेव पार्टी को जंगली पार्टी भी कहते थे. 1960 के दशक में इन पार्टियों का चलन युवाओं के बीच तेजी से बढ़ने लगा. और ऐसी पार्टियों में भाग लेने वाले लोग पार्टी एनिमल या रेवर्स कहलाने लगे. 1960 के दशक के मध्य ही गेराज रॉक और साइकेडेलिया बैंड के लिए भी रेव शब्द इस्तेमाल होता था.

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