कांग्रेस नेता शीला दीक्षित का निधन, लंबे समय से चल रही थी बीमार

संक्षेप:

  • दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का निधन. लंबे समय से बीमार चल रही थीं.
  • एस्कॉर्ट अस्पताल में शीला दीक्षित ने अंतिम सांस ली.

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का निधन. लंबे समय से बीमार चल रही थीं. एस्कॉर्ट अस्पताल में शीला दीक्षित ने अंतिम सांस ली गौरतलब है कि हाल ही में अध्यक्ष शीला दीक्षित ने कार्यकारी अध्यक्षों द्वारा प्रदेश कार्यालय में बुलाई गई बैठक पर नाराजगी जताई है। इस मसले पर वह शुक्रवार सुबह अपने लोगों से विचार-विमर्श में लगी थीं। संभावना है कि वह इस मसले को आलाकमान के सामने रखेंगी। दूसरी ओर दोनों कार्यकारी अध्यक्षों ने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में वह मीटिंग नहीं करेंगे, तो क्या वहां विरोधी दल वाले बैठकें करेंगे। ये दोनों कार्यकारी अध्यक्ष फिर प्रदेश कार्यालय में पहुंचकर बैठक करने जा रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस में अंदरखाने अजीब सा संकट चल रहा है। हालात यह हो गए हैं कि आला नेता एक दूसरे का कहना नहीं मान रहे हैं। कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश को मजबूत करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष शीला की सहायता के लिए 3 कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए थे। लेकिन अब इनमें आपसी कलह होती नजर आ रही है। सूत्र बताते हैं कि शीला इससे नाराज हैं कि 2 प्रदेश अध्यक्ष हारून युसूफ और देवेंद्र यादव ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बैठक की और एक प्रकार से उन्हें चुनौती देने की कोशिश की।

दूसरी ओर प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष हारून युसूफ और देवेंद्र यादव शुक्रवार को फिर से प्रदेश कार्यालय पहुंच रहे हैं। हारून का कहना है कि पार्टी के कार्यालय में हम बैठक नहीं करेंगे तो क्या विरोधी दलों के नेता वहां डेरा जमाएंगे। कल जो बैठक की गई थी, उसमें पार्टी नेताओं से कहा गया था कि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी को बूथ स्तर तक मेहनत करनी है। हमें उम्मीद है कि इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस खासी सफलता हासिल करने वाली है। अन्य कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र यादव का भी कहना था कि वह दोपहर को प्रदेश कार्यालय में बैठक करने के लिए जा रहे हैं। कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति पार्टी हाईकमान ने इसलिए की है कि ताकि हम दिल्ली में पार्टी को मजबूत करें। हम बैठकें कर यही काम कर रहे हैं। देवेंद्र के अनुसार, हमारा अध्यक्ष शीला दीक्षित से किसी प्रकार का मनमुटाव नहीं है। हम चाहते हैं कि उन्हें हकीकत पता चले।

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Noida की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles