विजय माल्या ने कहा, मेरा पैसा ले लो, Jet Airways को कर्ज से बचा लो

संक्षेप:

  • विजय माल्या ने कहा है कि बैंक मेरा पैसा वापस ले लें और संकट में फंसे जेट एयरवेज को बचाएं
  • माल्या ने ट्वीट किया कि सरकारी बैंकों को मुझसे रकम ले लेनी चाहिए ताकि वे जेट एयरवेज को मदद कर सकें
  • एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए माल्या ने लिखा कि जेट एयरवेज की तरह ही उनकी कंपनी की भी मदद की जानी चाहिए थी

लंदन: जेट एयरवेज(Jet Airways) के चेयरमैन पद से नरेश गोयल(Naresh Goyal) के इस्तीफा देने के बाद भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या(Vijay Mallya) ने कहा है कि बैंक मेरा पैसा वापस ले लें और संकट में फंसे जेट एयरवेज को बचाएं. माल्या ने ट्वीट किया कि सरकारी बैंकों को मुझसे रकम ले लेनी चाहिए ताकि वे जेट एयरवेज को मदद कर सकें. कर्जदाताओं की ओर से 1,500 करोड़ रुपये की मदद जेट एयरवेज (Jet Airways) को दिलाने के लिए नरेश गोयल (Jet Airways) ने अपनी पत्नी अनीता समेत सोमवार को कंपनी के पद छोड़ दिए थे.

एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए माल्या (Vijay Mallya) ने लिखा कि जेट एयरवेज की तरह ही उनकी कंपनी की भी मदद की जानी चाहिए थी. माल्या ने ट्वीट किया, `यह देखकर खुशी हुई कि सरकारी बैंकों ने जेट एयरवेज को बेल आउट पैकेज दिया ताकि नौकरियां, कनेक्टिविटी और संस्था को बचाया जा सकेग. यही इच्छा थी कि ऐसा ही किंगफिशर के लिए भी किया जाता.

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बैंकों को रकम लौटाने का ऑफर एक बार फिर दोहराते हुए माल्या ने ट्वीट किया, `मैंने माननीय कर्नाटक हाई कोर्ट के समक्ष अपनी लिक्विड एसेट्स पेश की है ताकि सरकारी बैंकों और अन्य कर्जदाताओं को रकम दी जा सके. बैंक मेरा पैसा क्यों नहीं ले रहे. यदि कुछ और नहीं करते, तब भी वे इसके जरिए जेट एयरवेज को मदद कर सकते हैं.

सरकारी बैंकों का करीब 9,000 करोड़ रुपये कर्ज लेकर भागे शराब कारोबारी ने कहा, `मैंने कंपनी और एंप्लॉयीज को बचाने के लिए किंगफिशर एयरलाइंस में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश किया. इस पर ध्यान नहीं दिया गया और इसकी बजाय उत्पीड़न किया गया. इन्ही सरकारी बैंकों ने देश की सबसे अच्छी एयरलाइन कंपनी को फेल करने का काम किया. एनडीए सरकार में दोहरे मानदंड अपनाए गए.`

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