योगी कैबिनेट में पतंजलि मेगा फूड पार्क के लिए भूमि हस्तांतरण को मिली मंजूरी

संक्षेप:

  • योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में खुद हस्तक्षेप करते हुए मामले को बढ़ने से रोका था
  • जल्द ही कैबिनेट में पास करवाने का आश्वासन दिया था
  • पतंजलि फूड पार्क को राज्य से बाहर ले जाने की धमकी के बाद यूपी सरकार हरकत में आई

ग्रेटर नोएडा में प्रस्तावित बाबा रामदेव के पतंजलि मेगा फूड पार्क को सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में लोकभवन में हुई कैबिनेट बैठक में भूमि हस्तांतरण को मंजूरी मिल गई है। दरअसल यूपी के ग्रेटर नोएडा में प्रस्तावित पतंजलि फूड पार्क को राज्य से बाहर ले जाने की धमकी के बाद यूपी सरकार हरकत में आई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में खुद हस्तक्षेप करते हुए मामले को बढ़ने से रोका था और जल्द ही कैबिनेट में पास करवाने का आश्वासन दिया था।

आपको बताते चलें कि सीएम योगी आदित्यनाथ की उक्त मामले में दो बार योगगुरू रामदेव से बात हुई, जिसके बाद मामला शांत हुआ। इसके बाद राज्य सरकार ने भूमि हस्तांतरण और सहमति देने के लिए केंद्र सरकार से 30 जून तक का समय मांगा था। पतंजलि के प्रमुख आचार्य बालकृष्ण ने ट्वीट कर कहा था कि मेगा फूड पार्क के लिए जमीन देने में हीलाहवाली के चलते वे इस परियोजना को उत्तर प्रदेश से बाहर ले जाना चाहते हैं. उनके इस ट्वीट के बाद बवाल मच गया था. बाद में सीएम योगी ने बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण से बात की और भरोसा दिलाया कि फूड पार्क को किसी भी कीमत पर बाहर नहीं जाने देंगे. इस परियोजना को हर हाल में सफल बनाया जाएगा.

गौरतलब है की  सरकार ने पतंजलि आयुर्वेद कंपनी को यमुना एक्सप्रेस-वे पर 465 एकड़ जमीन फूड और हर्बल पार्क की स्थापना के लिए दी थी। पतंजलि की ओर से यमुना एक्सप्रेस वे अथॉरिटी को इस जमीन में से 50 एकड़ जमीन केंद्र की योजना के अनुसार फूड पार्क के लिए ट्रांसफर करने का आग्रह किया था। जबकि कंपनी को जमीन का आवंटन कैबिनेट से हुआ था, इसलिए उससे किसी हिस्से का अलग हस्तांतरण भी कैबिनेट से ही हो सकता है।

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