लालू यादव बोले- राहुल का कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटना होगा आत्मघाती, फंस जाएंगे BJP के जाल में
- लालू ने कहा कि राहुल गांधी का कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना BJP के जाल में फंसना होगा.
- क्योंकि जैसे ही गांधी-नेहरू परिवार से इतर कोई भी शख्स कांग्रेस अध्यक्ष बनेगा, उसी पल से नरेंद्र मोदी और अमित शाह की ब्रिगेड उसे `कठपुतली` करार देंगे.
- राहुल के मुताबिक, BJP इस बात का प्रचार अगले लोकसभा चुनाव तक करती रहेगी, सो, राहुल गांधी को अपने विरोधियों को ऐसा मौका नहीं देना चाहिए.
पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मुखिया लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा पार्टी अध्यक्ष पद से हट जाना न सिर्फ उनकी पार्टी कांग्रेस के लिए आत्मघाती साबित होगा, बल्कि उन सभी सामाजिक और राजनैतिक ताकतों के लिए भी घातक सिद्ध होगा, जो संघ परिवार से लड़ रही हैं. `द टेलीग्राफ` ने लोकसभा चुनाव परिणाम का लालू प्रसाद यादव द्वारा किया गया विश्लेषण प्रकाशित किया है, जो लालू की आत्मकथा `गोपालगंज टु रायसीना - माई पॉलिटिकल जर्नी` (Gopalganj to Raisina — My Political Journey) के सह-लेखक नलिन वर्मा के साथ उनकी बातचीत पर आधारित है.
Rahuls offer to resign suicidal. Opposition parties had the common goal to dislodge BJP but failed to build a national narrative. The result in a particular election can never alter the reality in as diverse and plural a country as India. Read more..https://t.co/DkeXAygrFw
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 28, 2019
विश्लेषण में लालू ने कहा कि राहुल गांधी का कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना BJP के जाल में फंसना होगा, क्योंकि जैसे ही गांधी-नेहरू परिवार से इतर कोई भी शख्स कांग्रेस अध्यक्ष बनेगा, उसी पल से नरेंद्र मोदी और अमित शाह की ब्रिगेड उसे `कठपुतली` करार देंगे, जिसका रिमोट कंट्रोल राहुल और उनकी मां सोनिया गांधी के हाथ में बताया जाएगा. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री के मुताबिक, BJP इस बात का प्रचार अगले लोकसभा चुनाव तक करती रहेगी, सो, राहुल गांधी को अपने विरोधियों को ऐसा मौका नहीं देना चाहिए.
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लोकसभा चुनाव 2019 के परिणामों का विश्लेषण करते हुए लालू प्रसाद यादव ने साफ कहा कि विपक्ष इस बार मोदी के नेतृत्व में BJP से हार गया है, और इस सच्चाई को साम्प्रदायिक और फासीवादी ताकतों से लड़ने वाली सभी विपक्षी पार्टियों को कबूल करना होगा, और इसे सामूहिक हार के रूप में स्वीकार कर आत्ममंथन करना होगा कि गलती कहां हुई.
`द टेलीग्राफ` में प्रकाशित विश्लेषण के मुताबिक, लालू प्रसाद यादव का कहना है कि BJP को सत्ता से हटाने का लक्ष्य सभी विपक्षी दलों का था, लेकिन वे अपनी बात को समूचे देश तक पहुंचाने में कामयाब नहीं हो पाए. लालू के मुताबिक, विपक्षी दलों ने इस लोकसभा चुनाव को राज्य चुनाव की तर्ज पर लड़ा, और मिलीजुली रणनीति बनाने में नाकाम रहे. RJD प्रमुख के मुताबिक, देश की जनता राष्ट्रीय विकल्प तलाश रही थी, जो अलग-अलग लड़ रही विपक्षी पार्टियां उन्हें देने में सफल नहीं हो पाईं.
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