रायपुर:1 महीने के अंदर बन कर तैयार होगा गंभीर बीमारी वाले नवजातों के लिए 32 बिस्तर वाला NICU

संक्षेप:

  • एम्स रायपुर में गंभीर बीमारियों से जुझ रहे बच्चों के लिए प्रस्तावित 32 बिस्तरों का नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (एनआईसीयू) 1 माह के अंदर शुरू हो जाएगा.
  • वर्तमान में 22 बिस्तरों का एनआईसीयू संचालित है, जिसको 32 किया जाना है.
  • विशेषज्ञों का कहना है कि अस्पतालों में समयपूर्व पैदा हुए बच्चों की देखभाल के लिए खास इकाई की जरुरत होती है.

रायपुर: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मरीजों की संख्या जैसे-जैसे बढ़ रही है, वैसे-वैसे सुविधाओं का भी विस्तार किया जा रहा है। एम्स में गंभीर बीमारियों से जुझ रहे बच्चों के लिए प्रस्तावित 32 बिस्तरों का नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (एनआईसीयू) 1 माह के अंदर शुरू हो जाएगा। वर्तमान में 22 बिस्तरों का एनआईसीयू संचालित है, जिसको 32 किया जाना है। विशेषज्ञों का कहना है कि अस्पतालों में समयपूर्व पैदा हुए बच्चों की देखभाल के लिए खास इकाई की जरुरत होती है।

इन नवजात चिकित्सा इकाइयों में वार्मर, डीएसपीटू (डबल स्टेंड फोटो थेरपी) होते हैं, जिससे बच्चों में होने वाली पीलिया रोग से बचाया जा सकता है। वार्ड में आधुनिक मशीनों से सही मात्रा में हवा, गर्मी और नमी दी जाती है। इन इकाइयों में बच्चों को दूध पिलाने की भी खास व्यवस्था होती है। एनआईसीयू में संक्रमण की कम गुंजाइश होती है।

बच्चों को कुछ हफ्तों के लिए इन इकाइयों में रखा जाता है। उसके बाद वो बाहर की परिस्थितियां झेल पाने लायक हो जाते हैं। बच्चों की निगरानी करने के लिए शिशु रोग विशेषज्ञ 24 घंटे तैनात रहते हैं। एम्स, रायपुर के पीआरओशिव शर्मा ने बताया कि बच्चों के लिए एनआईसीयू बनकर तैयार हो गया है। ३२ बिस्तरों के प्रस्तावित एनआईसीयू में 22 संचालित हैं। बाकी को भी जल्द ही शुरू किया जाएगा।

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