VC के सम्मेलन में छात्रों के लिए उठी आवाज़, JNU का भी मुद्दा छाया

संक्षेप:

  • रायपुर में आयोजित सेंट्रल जोन कुलपति सम्मेलन में कुलपतियों ने एक स्वर में देशभर के छात्रों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाई
  • जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में फीस मुद्दा गरमाने के बाद सरकार से फीस में एकरूपता लाने का आग्रह किया गया
  • सम्मेलन के दौरान जेएनयू मामले पर कुलपतियों ने बेबाकी से अपनी बात रखी

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित सेंट्रल जोन कुलपति सम्मेलन में कुलपतियों ने एक स्वर में देशभर के छात्रों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाई। इसके अलावा जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में फीस मुद्दा गरमाने के बाद सरकार से फीस में एकरूपता लाने का आग्रह किया गया।

भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआइयू) द्वारा आयोजित कुलपति सम्मेलन का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त ने किया। वहीं अध्यक्षता भारतीय विश्वविद्यालय संघ, नई दिल्ली के महासचिव डॉ. पंकज मित्तल की।

सम्मेलन के दौरान जेएनयू मामले पर कुलपतियों ने बेबाकी से अपनी बात रखी। उनका कहना था कि शिक्षा व स्वास्थ्य पर सबका अधिकार होना चाहिए। किसी तरह का भेदभाव समाज व राष्ट्रहित में नहीं है। रमा देवी महिला विवि भुवनेश्वर की कुलपति प्रो.पद्मजा मिश्रा ने कहा कि जेएनयू प्रशासन छात्रों को लेकर रणनीति बनाते तो यह परिस्थिति उत्पन्न् नहीं होती।

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महर्षि महेश योग वैदिक विवि जबलपुर के कुलपति प्रो. भुवनेश्वर शर्मा ने कहा कि शिक्षा में सुधार के लिए बदलाव ज़रुरी है। फीस से इसका कोई वास्ता नहीं है। महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विवि छतरपुर मध्यप्रदेश के कुलपति प्रो. टीआर थापक ने कहा कि शिक्षा नो प्रॉफिट नो लॉ वाली चीज है।

सम्मेलन में देशभर के 25 से अधिक कुलपतियों ने भाग लिया।

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