काशी में कांवड़ियों की सुरक्षा भगवान भरोसे !

संक्षेप:

  • NYOOOZ  ने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के प्रमुख जगहों का जायजा लिया
  • कावडियों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया
  • सड़कों पर कहीं भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं दिखे

वाराणसीः जम्मू कश्मीर में अनंतबाग में अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले के बाद कावडियों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया।  जिले के डीएम एसएसपी को निर्देश मिले हैं की जिले में सतर्कता बरतें।  लेकिन डीजीपी के इस निर्देश के बाद पुलिस और जिला प्रशासन कितनी मुस्तैद हुई इसकी पड़ताल करने के लिए NYOOOZ की टीम ने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के प्रमुख जगहों का जायजा लिया जहां आतंकी हमले हो चुके हैं। NYOOOZ की टीम से गंगा घाट से संकट मोचन मंदिर और कैंट स्टेशन से कचहरी परिसर जिसे आतंकियों ने अलग-अलग समय पर निशाना बनाया, NYOOOZ ने उन जगहों का जायजा लिया लेकिन वहां सुरक्षा के माकूल इंतजाम नहीं दिखे।  मीटर डिडेक्टर मशीन सफ़ेद हाथी बने खड़ी दिखी और सुरक्षा कर्मी हर जगह से नदारद दिखे। शहर के संवेदनशील जगहों के जायजे के बाद NYOOOZ की टीम ने घाटों और विश्वनाथ मंदिर के आसपास घूम रहे कांवडियों से भी बाते की।

वाराणसी के दशास्वमेध घाट पर गंगा स्नान करने आये बाराबंकी के अरुण कुमार  ने बताया की उन्हें सड़कों पर कहीं भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं दिखे काशी के प्रसिद्ध घाट का हाल भी ऐसा ही है कहीं भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है। 

काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन के लिए लाइन में खड़े कांवड़िया अजय बताते हैं की शहर की सुरक्षा भगवान भरोसे ही हैं लेकिन विश्वनाथ मंदिर के आसपास सुरक्षा के इंतजाम है।  



 श्रद्धालु और कांवड़ियों के दावे से इतर जिले के एसएसपी आर.के भारद्वाज का दावा है की प्रशासन ने  आतंकी हमले के मद्देनजर जिले में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा है और होटल, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, घाट पर महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा बढ़ाई गयी है।  लेकिन ये कहीं भी जमीन पर दिखाई नहीं दे रहा है।  

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


 

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य वाराणसीकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles