सावन 2018: बेलपत्र के अलावा इन 8 पत्तों से भी भगवान शिव होते है खुश

संक्षेप:

  • सावन के महीने में 4 सोमवार
  • भगवान शंकर की पूजा करना बहुत फलदायी
  • शिव मंदिरों में लगा भक्तों का तांता

आज है सावन का पहला सोमवार। आज के दिन भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हर साल सावन के महीने में शिवजी पृथ्वी पर आते हैं। इसलिए इस महीने में शिव की पूजा में भक्त लीन रहते हैं। सावन में ही भगवान शिव ने माता पार्वती को पत्नी रूप में स्वीकार किया और उनसे कहा था, जो भी भक्त सावन के महीने मेरी पूजा करेगा, उनकी सभी मनोकामनाएं मैं पूरा करूंगा। आप सावन में भगवान शिवजी को बेलपत्र के अलावा 8 पत्तों से भी खुश कर सकतो हो।

बेलपत्र के अलावा इन 8 पत्तों से भगवान शिव होते है खुश-

  1. शिवपुराण में सावन में आक के पत्ते और फूल चढ़ाना बहुत शुभ माना गया है। आक भगवान शिव का प्रिय पुष्प भी है।
  2. अगर आपके पास बिल्व पत्र नहीं हैं तो बांस से भी शिवजी की पूजा कर सकते हैं। जिन लोगों को संतान सुख की चाहत है, वह सावन में हर रोज बांस के पत्ते से शिवजी की पूजा करें। आपकी मनोकामना जरूर पूरी होगी।
  3. अपने परिवार की लंबी आयु का वरदान पाने के लिए आप शिवजी पर दूर्वा धास चढ़ाएं। शास्त्रों के अनुसार, दूर्वा में अमृत का वास माना गया है। दूर्वा भगवान शिव के पुत्र गणेशजी को भी बहुत पसंद है।
  4. सावन में आप बिल्व पत्र की जगह भांग के पत्ते भी चढ़ा सकते हैं। सावन में भगवान शिव के प्रसाद के रूप में भांग बांटा भी जाता है।
  5. आप शिवजी को हर रोज धूतरा चढ़ा सकते हैं। शिवजी की पसंदीदा चीजों में धतूरा खासतौर पर शामिल है।
  6. आप पीपल के पत्तों से भी भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं। सावन में पीपल के पत्तों से शिवजी की पूजा करना शुभ माना गया है।
  7. सावन में हर रोज अपामार्ग के पत्ते से शिवपूजन करने पर मनुष्य भोग और मोक्ष प्राप्त करता है।
  8. सावन में भगवान शिव को शमी के पत्ते चढ़ाने से जीवन में सभी समस्याओं का अंत होता है। शमी के पत्ते शिवजी के अलावा गणेशजी को भी चढ़ाए जाते हैं।

इसलिए शिव का किया जाता है अभिषेक

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बताया जाता है कि देवों के देव महादेव ने जगत कल्याण के लिए विषपान किया था। उसके बाद उनके शरीर से आग निकलने लगी। तब देवताओं ने उनका दूध से अभिषेक किया। तब से भगवान शिव को शांत रखने के लिए उनका दूध, जल, फलों के रस आदि से अभिषेक किया जाता है।

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