राम मंदिर नहीं बना तो देश को होगा नुकसान: रामदेव

संक्षेप:

  • बाबा रामदेव पहुंचे वाराणसी
  • राम मंदिर को लेकर दिया बड़ा बयान
  • बोले- मैं किसी दल का नहीं

वाराणसी: वाराणसी में दो दिवसीय दौरे पर अपने निजी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे योग गुरु बाबा रामदेव ने आज राम मंदिर निर्माण को लेकर 25 नवंबर को अयोध्या में आयोजित धर्म संसद को लेकर कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर संसद में कानून लाया जाना चाहिए क्योंकि इसके विरोध में कोई भी नहीं आएगा विरोध राजनीतिक हो सकता है लेकिन राम किसी के लिए विरोध की बात नहीं है।

वहीं उन्होंने राजनीतिक स्तर पर चल रही बेवजह की बयानबाजी पर कहा कि राजनीति में संस्कृति और और संस्कार हो रहा है जो भी बड़े नेता हैं उनको और उनके नीचे वालों को सोच समझकर बोलना चाहिए।

बाबा रामदेव ने राजनीति में ओछी बयानबाजी पर कहा कि राजनीति में संस्कार और संस्कृति पूरी तरह से क्षीण हो रही है मौलिक अधिकारों की बात हो रही है लेकिन हमारे संवैधानिक और नैतिक कर्तव्य है उनका हर आस हो रहा है इसलिए इसके ऊपर पक्ष और प्रतिपक्ष सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को बहुत गंभीरता से सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो बड़े लोग हैं राजनीति में उनको सबसे पहले अपनी भाषा में सुधार करना चाहिए यदि राजनीति में शिखर पर जो लोग बैठे हैं वह अपनी भाषा पर नियंत्रण रखें तो यह शालीनता बनी रहेगी।

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वहीं बाबा रामदेव ने धर्म संसद के आयोजन को लेकर कहा कि धर्म संसद मात्र संसद पर दबाव बनाने के लिए नहीं है सुप्रीम कोर्ट से इतना विलंब हुआ है कि लोगों के अब सब्र का बांध टूट गया और संसद संविधान का लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर है और मोदी से बड़ा राम भक्त राष्ट्रभक्त नहीं है कौन कब प्रधानमंत्री बनेगा इसलिए सब देशवासियों की इच्छा है। बाबा रामदेव ने कहा कि मैं इस में अल्पसंख्यकों बहुसंख्यक दोनों को जोड़ना चाहता हूं क्योंकि हिंदू मुसलमान दोनों के नाम है इसलिए राम के मुद्दे पर यदि मोदी सरकार संसद में कानून जाती है मंदिर बनाने के लिए तो कोई विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा पाएगा क्योंकि इस देश में राजनीतिक दलों का परस्पर विरोध हो सकता है राम का कोई विरोध इस राष्ट्र में नहीं है।

वही श्री श्री की तरफ से राम मंदिर को लेकर समझौते पर कहा कि समझौते का दौर निकल चुका है अब एक ही विकल्प बचा है संसद में कानून और मंदिर जल्दी से जल्दी बनाओ अभी नहीं तो कभी नहीं, इसी दिशा में कार्य करना होगा। बाबा रामदेव ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदू और मुसलमान किसी को कोई खतरा नहीं है क्योंकि अहिंसा और प्रेम यह हमारी संस्कृति के मूल तत्व हैं इसलिए मजहबी उन्माद राष्ट्र में नहीं है लेकिन यदि राम मंदिर नहीं बना तो देश में एक सांप्रदायिक माहौल जरूर जाएगा और इससे समायोजित वैमनस्यता से देश में नुकसान होने की आशंका है।

बाबा रामदेव ने कहा कि मंदिर बनाने के लिए कानूनी अध्यादेश जो भी हो संसद में तुरंत बनना चाहिए अब 25 वर्ष से ज्यादा भी चुके हैं एक गंभीर संघर्ष और सैकड़ों वर्ष बीत गए इस पूरे मुकदमे के अब नहीं तो कब यह निर्णय होगा इसलिए संसद अंतिम आस है और इसमें यह अध्यादेश या कानून हर हाल में आना चाहिए। वहीं सुप्रीम कोर्ट की तरफ से लगातार दिल्ली की बातों पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट की अपनी हदें और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश भी कर चुके हैं इस बात के लिए स्वतंत्र है और संसद से ऊपर कोई नहीं होता इसलिए मंदिर बनाने का रास्ता उनको साफ करना चाहिए।

काला धन को भारत वापस लाए जाने के मुद्दे पर बाबा रामदेव ने कोई जवाब नहीं दिया और कहा हो गया हो गया बस करिए वहीं राहुल गांधी की तरफ से लगातार राफेल मुद्दे पर बोले जाने को लेकर बाबा रामदेव ने कहा कि राजनीति में एक दूसरे पर छींटाकशी होती है मैं पक्ष-विपक्ष मुद्दों में नहीं पड़ना चाहता मैं सर्वदलीय और निर्दलीय हूं मैं ना किसी के पक्ष में हूं ना विपक्ष में हूं मैं निष्पक्ष हूं। तीनों राज्यों के चुनाव को लेकर कहा कि अच्छा संघर्ष है और कुछ दिन में आपको पता चल जाएगा लोग T-20 के नजरिए से चुनाव को देख रहे हैं लोग इसमें इंटरेस्ट ले रहे हैं जो भी होगा जल्दी पता चल जाएगा।

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