वाराणसी के 15 थानों में एक दिन के लिए थानाध्यक्ष बनी लड़कियां

संक्षेप:

  • विश्व बालिका दिवस आज
  • वाराणसी में पुलिस ने की अनोखी पहल
  • एक दिन के लिए थानाध्यक्ष बनी छात्राएं

वाराणसी: आज पूरी दुनिया में "विश्व बालिका दिवस" मनाया जा रहा है। इस मौके पर वाराणसी पुलिस ने एक बेहद अनोखी पहल की। यहां " हौसले को मिलेगी नई पहचान " पहल के तहत मलिन बस्ती और सामाजिक कार्य से जुड़ी 15 लड़कियों को एक दिन के लिए 15 अलग-अलग थानों का थानाध्यक्ष बनाया गया।

वाराणसी के एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य उन लड़कियों के अंदर नेतृत्व और निर्णय लेने की क्षमता को विकसित करना है जिसने संघर्ष भरे जीवन को जीते हुए समाज के सामने आदर्श स्थापित किया है। वहीं लड़कियां भी थानाध्यक्ष बन कर काफी खुश दिखाई दी।

एक दिन की थानाध्यक्ष बनी चेतगंज थाने की थानध्यक्षा अल्फिया गस्त करते हुए एक निजी स्कुल में पहुंच गई , जहां छात्राओं कि समस्याओं को जाना। यही नहीं उन्होंने अपने साथ आए इन्स्पेक्टर को  छात्राओं की समस्याओं को जल्द सुलझाने का निर्देश दिया।  अल्फिया का अंदाज देख वहां मौजूद छात्राएं हैरान रह गई।

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छात्राओं ने पुलिस प्रशासन की पहल की सराहना करते हुए कहा कि जो बाते हम एक पुरुष एसएचओ को नहीं बता सकते थे, उन समस्याओं को हमने खुलकर एक दिन की थानाध्यक्ष बनी अल्फिया को बताया। केवल आल्फिया ही नहीं वाराणसी के महत्वपूर्ण 15 थानों पर एक दिन की थनाध्यक्ष बनी बालिकाएं भी बेहद खुश नज़र आई। सभी ने एक दिन थाना संभालने को लेकर अपना अनुभव साझा किया।

इस दौरान में बालिकाओं को सौंपे गए थाने कैसे हो, यहां बच्चे सुरक्षित कैसे रहे, बाल श्रम और अन्य अपराधों से किस तरह मुक्ति पाई जाए इसका पूरा खाका भी यह तैयार करेंगी। इसके बाद शाम को इन सभी 15 थानों पर तैनात यह स्पेशल थानेदार अपनी रिपोर्ट तैयार कर एसएसपी संग मीटिंग के बाद उन्हें सौपेंगी और इन्हें बकायदा प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।

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