पुलवामा शहीदों के लिए काशी की दिव्यांग बेटी ने दिया PM को 21 हज़ार का चेक

संक्षेप:

  • काशी की शूटर बिटिया सुमेधा
  • एयर शूटिंग की इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं सुमेधा पाठक
  • 21 हज़ार रूपये प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड के लिए दिया

वाराणसी: 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए 40 जवानों के परिवारों की मदद के लिए पूरे देश से हाथ आगे बढ़ रहे हैं। उसी क्रम में आज वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार मुलाकात के दौरान डीएलडब्लू हेलीपैड पर काशी की शूटर बिटिया सुमेधा ने अपने जीते हुए इनामों की राशि में से 21 हज़ार रूपये प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड के लिए दिया।

21 हज़ार रूपये प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड के लिए दिया।सुमेधा पाठक जो एयर शूटिंग की इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं. सुमेधा का कहना है कि प्रधानमंत्री से मिलने का मेरा  उद्देश्य था कि बनारस में कोई भी ऐसी जगह नहीं है या ऐसी व्यवस्था नहीं है कि यहां के खिलाड़ी आगे खेलने के लिए प्रैक्टिस कर सकें पीएम मोदी से इसकी व्यवस्था करने की बात कही. इसको लेकर पीएम मोदी ने सुमेधा से कहा कि इस पर तुरंत मंत्रालय की ओर से विचार किया जाएगा और जल्द से जल्द वाराणसी में एयर शूटिंग के लिए जगह बनाई जाएगी, जिससे यहां के खिलाड़ी भी और आगे बढ़ सकेंगे और भारत के लिए गोल्ड मेडल ला सकेंगे.

इस सम्बन्ध में काशी की शूटर बिटिया सुमेधा ने बताया कि मै शूटर तो हूं पर अपनी दिव्यांगता की वजह से बार्डर पर नहीं जा सकती पर अपने देश के वीर जवानों जिन्होंने देश सेवा के लिए अपनी जान अर्पित कर दी उनके परिवारों के लिए कुछ करने की ठानी। इसपर जब मुझे प्रधानमंत्री जी से शिष्टाचार मुलकात के लिए निमंत्रण आया तो मैंने अपने कई सारी शूटिंग प्रतियोगिता में से जीती हुई धनराशि में से 21 हज़ार रूपये का चेक प्रधानमंत्री जी को आज प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड के लिए दिया है।

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काशी की बिटिया सुमेधा के इस कार्य की तारीफ़ हर जगह हो रही है। सुमेधा ने बताया कि जब मैंने वाराणसी क्लब की बदहाल स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री जी से कहा तो उन्होंने जल्द से जल्द उसे सही करवाने का आश्वासन दिया है।

वहीं एक अन्य दिव्यांग पूनम राय जो समाज सेविका हैं, जो वहां मौजूद थीं. पूनम राय ने लगभग 400 से अधिक महिलाओं के चेहरे की आकृति बनाई है, जो महिलाओं के भाव को प्रकट करती है. इतना ही नहीं पूनम राय ने अपने अदम्य साहस से समाज में एक मिसाल पेश की है कि अगर ससुराल में किसी तरीके से अनबन हो तो किस तरीके से महिला अपने को और अपने परिवार को साथ लेकर चल सकती है. 

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