पूर्वांचल की रणनीति बनाने गृहमंत्री पहुंचे वाराणसी, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद होगा भाजपा का चुनावी मुद्दा

संक्षेप:

  • तीसरे चरण के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने थामी पूर्वांचल की कमान। 
  • सुभासपा व सपा के अन्य सहयोगी दलों के काट पर बनी रणनीति।
  • फरवरी के अंत में प्रधानमंत्री संभालेंगे काशी व पूर्वांचल का मोर्चा।

वाराणसी- यूपी विधानसभा चुनाव में तीन चरण के मतदान के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने पूर्वांचल की कमान थाम ली है और सोमवार को वाराणसी पहुंचकर अगले चरणों के मतदान के लिए भाजपा की रणनीति बनाई। देर रात नदेसर स्थित होटल में पार्टी पदाधिकारियों के साथ मैराथन बैठक कर उन्होंने विपक्ष के खिलाफ चक्रव्यूह रचना की।

फरवरी के अंतिम सप्ताह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अपने संसदीय क्षेत्र काशी से पूर्वांचल का मोर्चा संभालेंगे तो पूरी पार्टी आतंकवाद, माफियाराज जैसे मुद्दों पर खास तौर पर सपा को घेरने में जुटेगी। शाह ने पदाधिकारियों से पूर्वांचल में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को मुद्दा बनाने और पिछली सरकारों में माफियाओं के आतंक की याद दिलाने की योजना पर आगे बढ़ने का निर्देश दिया।

गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह तय हुआ कि भाजपा नेता पूर्वांचल में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के मुद्दे पर अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर, वाराणसी के भव्य काशी विश्वनाथ धाम और मिर्जापुर के मां विंध्यवासिनी धाम पर भाजपा के निर्णय को लेकर जनता के बीच जाएं।

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


मैनपुरी के करहल से चुनाव लड़ रहे सपा मुखिया अखिलेश यादव के लोकसभा क्षेत्र आजमगढ़ में मतदान से पहले माफियाओं पर हुई कार्रवाई को लेकर भाजपा जनता के बीच जाएगी। इसमें अहमदाबाद के सीरियल ब्लास्ट के दोषी आजमगढ़ निवासी आतंकी परिवार के सपा कनेक्शन को जन-जन तक पहुंचाने का अभियान चलाया जाएगा।

पार्टी के दिग्गजों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र लखनऊ के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के क्षेत्र कौशाम्बी में चुनाव है, जहां से सीएम-डिप्टी सीएम खुद चुनाव मैदान में उतरे हैं। ऐसे में यहां भाजपा बड़े अंतर से जीत दर्ज करना चाहती है।

इसमें बताया गया कि इस चुनाव अभियान में अब प्रधानमंत्री भी प्रदेश में डेरा डालेंगे। अभी तो वह अलग-अलग जिलों में जनसभाएं करने आ रहे हैं, लेकिन छठवें और सातवें चरण के लिए वह तीन दिन तक काशी प्रवास करेंगे। वहीं से चुनाव अभियान की निगरानी के साथ ही खुद पूर्वांचल को मथेंगे। मुख्यमंत्री भी गोरखपुर पहुंचकर मोर्चे पर डटेंगे।

111 सीटों पर रैली व रोड शो से बनाएंगे माहौल

छठवें और सातवें चरण के मतदान में 11 सीटों पर भाजपा रैली व रोड शो के जरिए माहौल बनाएगी। इसमें प्रत्येक विधानसभा में अलग-अलग नेताओं की ओर से हर दिन दो से तीन रैली व रोड शो आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान तीन चरणों के मतदान का फीडबैक भी साझा किया गया और बताया गया कि पूर्वांचल में माफियाओं के आतंक से पड़ित लोगों को सामने लाकर मुद्दा बनाया जाए।

जातीय समीकरणों को साधने की तैयारी

पूर्वांचल में सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर और सपा के अन्य सहयोगी दलों के असर की काट पर रणनीति बनाई गई। इसमें अलग-अलग जाति के नेताओं की सक्रियता बढ़ाने के साथ ही सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर और उनके बेटे अरविंद राजभर को उनकी विधानसभा में घेरने पर चर्चा हुई। इसके साथ ही मुख्तार अंसारी परिवार के असर पर भी चर्चा हुई और उनके खिलाफ प्रचार अभियान की रणनीति तैयार की गई।

काशी में क्लीन स्वीप से देना है देश को संदेश

बैठक में शाह ने वाराणसी की आठों विधानसभा क्षेत्र का फीडबैक लिया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में क्लीन स्वीप कर देश को संदेश देना है। टिकट के दावेदारों को प्रचार में सक्रिय किया जाए और सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों से बूथ स्तर पर चर्चा कराई जाए। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्रों में कमजोरी को चिह्नित कर उस पर प्रभावी रणनीति बनाई जाए।

पीएम के तीन दिवसीय प्रवास की योजना संगठन बनाए और उनके कार्यक्रम प्रस्तावित करें। इस दौरान यूपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, सह प्रभारी सरोज पांडेय, सुनील ओझा, काशी के प्रभारी सुब्रत पाठक, गुजरात के संगठन मंत्री रत्नाकर के अलावा वाराणसी के विधानसभा प्रवासी सहित 21 पदाधिकारी शामिल थे।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य वाराणसीकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles