वाराणसी को प्रदूषण मुक्त बनाना इन युवाओं का है मकसद, कर रहे ये काम

संक्षेप:

  • शहर के शिवाला स्थित रत्नाकर पार्क की साफ सफाई की
  • अभियान से जुड़े लोगों ने पार्क में फेंके गए कूड़े को एकत्रित किया
  • लगभग 2 घंटे से अधिक देर तक सफाई अभियान चलाकर पार्क की सफाई की

प्रदूषण मुक्त बनारस अभियान के तहत आज क्रान्ति फाउंडेशन के लोगों ने शहर के शिवाला स्थित रत्नाकर पार्क की साफ सफाई की। अभियान से जुड़े लोगों ने पार्क में फेंके गए कूड़े को एकत्रित किया और लगभग 2 घंटे से अधिक देर तक सफाई अभियान चलाकर पार्क की सफाई की। प्रदूषण मुक्त बनारस अभियान के तहत फॉउंडेशन के लोगों ने शहर को पॉलिथिन मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया। ये युवा लगातार 170 सप्ताह से शहर के तमाम पार्कों में सफाई अभियान चला रहे हैं। क्रांति फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष राहुल कुमार सिंह ने बताया कि रत्नाकर पार्क में पॉलिथिन के कारण पेड़ पौधों को बहुत नुकसान हो रहा था। पार्क में आने वाले लोगों के द्वारा काफी मात्रा में कूड़ा करकट फैलाया जाता है जो कि यहां की हरियाली को नुकसान पहुंचाता है। पार्क में रात में भारी मात्रा में शराबियों का जमावड़ा बना रहता है। जिसके कारण पार्क में भारी मात्रा में देशी शराब के पैकेट व शराब की बोतलें भी मिली हैं। राहुल ने आगे बताया की  क्रांति फाउंडेशन संस्था ने शहर के पार्कों को पॉलिथिन मुक्त करने का बीड़ा उठा रखा है और इस अभियान में काफी हद तक सफल भी हो रहे है। अब इस अभियान को गलियों व दुकानों तक भी ले जाने की योजना है जिससे शहर को पॉलिथिन मुक्त बनाकर प्रदूषण मुक्त बनारस का सपना पूरा किया जा सके। 

बता दें की पॉलिथिन के कारण विभिन्न पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंच रहा है जिससे पार्कों में लंबे समय के दौरान वातावरण पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ रहा है।इस विषय में आम जन को जागरुक होने की जरुरत है और ये समझने की जरुरत है कि पॉलिथिन कम से कम इस्तेमाल करने में ही भलाई है। आम जन को पॉलिथिन के बजाय स्वयं घर से ही झोला इत्यादि लेकर जाना चाहिए। दुकानदारों को भी पॉलिथिन में सामान देना बिल्कुल बंद कर देना चाहिए। प्रशासन को भी अब इस विषय पर सख्ती दिखानी होगी जिससे वाराणसी को जल्द से जल्द पॉलिथिन के प्रकोप से मुक्ति दिलायी जा सके।

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