हॉकी खिलाड़ी मोहम्मद शाहिद के परिवार के समर्थन में आए विपक्षी नेता

संक्षेप:

  • अवार्ड वापसी का मामला
  • शाहिद के परिवार के समर्थन में आए विपक्षी नेता
  • डीएम को दिया समय आज हो रहा खत्म

वाराणसी: हॉकी खिलाड़ी मोहम्मद शाहिद की पत्नी परवीन शाहिद की तरफ से सरकार की वादाखिलाफी को लेकर नाराजगी जताने के बाद एक तरफ जहां प्रदेश की सरकार उन्हें मनाने में जुटी है। वहीं, अब विपक्ष का साथ भी उनको मिलने लगा है। कांग्रेस और बहुजन समाजवादी पार्टी के नेता इस मुद्दे पर शाहिद के परिवार के साथ खड़े दिख रहे हैं।

विपक्षी पार्टियों का कहना है कि सरकार ने न सिर्फ मोहम्मद शाहिद के परिवार से वादाखिलाफी की है बल्कि देश के हर उस शख्स के साथ वादाखिलाफी हो रही है, जिसने भरोसे के साथ सरकार को चुना था।

शाहिद के परिवार की नाराजगी को दूर करने के लिए खुद जिला अधिकारी सुरेंद्र सिंह मंगलवार को मोहम्मद शाहिद की पत्नी से मिलने उनके घर पहुंचे और उनकी मांगों की लिस्ट तैयार कर शासन को भेजने की बात कही। हालांकि परवीन ने जिला अधिकारी सुरेंद्र सिंह को 1 दिन का वक्त दिया है, जो आज पूरा होगा। इसके बाद देखना होगा कि होता क्या है। फिलहाल घर वाले सरकार की तरफ से मोहम्मद शाहिद के परिवार को किए गए वादों के पूरा होने की राह देख रहे हैं, लेकिन विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर एकजुट होने लगी हैं।

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बहुजन समाजवादी पार्टी के सीनियर लीडर और पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है। अगर देश के लिए खेलने वाला कोई बड़ा खिलाड़ी या उसका परिवार इस स्थिति में आ गया है कि उसे अपनी जीविका चलाने के लिए सरकार को अवार्ड वापस करना पड़ रहा है, तो यह सोचने वाली बात है।

वहीं, इस मसले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक अजय राय सरकार पर हमलावर दिखे। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस के सांसद हैं उसके बाद वह देश के प्रधानमंत्री और अगर उनके संसदीय क्षेत्र में एक इतने बड़े खिलाड़ी का परिवार नाराज है तो उनका कर्तव्य बनता है कि उनकी नाराजगी दूर करें।

वहीं, इस पूरे मामले में हॉकी बनारस की अध्यक्ष नीलू मिश्रा भी शाहिद के परिवार के साथ खड़ी हैं। नीलू का कहना है कि यह बेहद चिंताजनक बात है कि एक खिलाड़ी के जाने के बाद उसका परिवार अपनी मांगों के लिए इस तरह कदम उठा रहा है।

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