PM मोदी का यह वीडियो देख छूट जायेंगे पाकिस्तान के पसीने...

संक्षेप:

  • सूरत के हजीरा एलएंडटी में तैयार K- 9 वज्र टैंक
  •  खुद पीएम मोदी ने टैंक की सवारी कर लिया जायजा
  • वज्र चारों तरफ घूम-घूमकर हमला करने में सक्षम है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सूरत के हजीरा एलएंडटी में तैयार सेना के लिए सबसे शक्तिशाली K- 9 वज्र टैंक को देश को सौंप दिया। इसके बाद खुद प्रधानमंत्री ने इस टैंक की सवारी कर इसका जायजा भी लिया। मेक-इन-इंडिया के तहत बना यह टैंक कोई मामूली टैंक नहीं हैं। यह टैंक बेहद शक्तिशाली है। चलिए आपको बतातें हैं कि क्या है इसकी खासियतें..

इस टैंक की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह टैंक दुश्मन को ढूंढ-ढूंढकर मारेगी। अब तक सेना के पास जो टैंक हैं वो एक जगह पर स्थिर होकर वार करते हैं लेकिन के9 वज्र चारों तरफ घूम-घूमकर हमला करने में सक्षम है। टैंक नुमा `K9 वज्र` तोप रेगिस्तानी इलाकों के लिए तैयार की गई है। 2017 में एलएंडटी और हानवा टेकविन की साझेदारी में इसका निर्माण शुरू हुआ था। इस सौदे की कुल कीमत करीब 4300 करोड़ रुपए है।

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


के9 वज्र बेहद दमदार है और डायरेक्ट फायरिंग में एक किलोमीटर दूरी पर बने दुश्मन के बंकर और टैंकों को भी तबाह करने में सक्षम है। इस टैंक को किसी भी वातावरण में चलाने के लिए डिजाइन किया गया है। टैंक का वजन 47 टन है जबकि टैंक की लंबाई 12 मीटर है और ऊंचाई 2.73 मीटर है। टैंक में चालक के साथ पांच लोग सवार हो सकते हैं। K-9 वज्र 21 वीं सदी के किसी भी युद्ध में दुश्मन के दांत खट्टे करने में सक्षम है।

रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, इस टैंक में 155X39 कैलेबर की वज्र एक सेल्फ प्रोपेलड ट्रेक्ड तोप है। K-9 वज्र एक स्व-चालित एंटाल्या प्रणाली से चलती है, जिसकी मारक क्षमता 40 किलोमीटर से 52 किलोमीटर है। इसकी ऑपरेशनल रेंज 480 किमी है। यह पहली ऐसी तोप है जिसे इंडियन प्राइवेट सेक्टर ने बनाया है। यह तोप तीन मिनट में 15 राउंड की भीषण गोलाबारी कर सकती है और 60 मिनटों में लगातार 60 राउंड की फायरिंग भी कर सकती है।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य वाराणसीकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles