वाराणसी में पीएम मोदी ने भोजपुरी में की भाषण की शुरुआत, जानिए क्या-क्या बोले?

संक्षेप:

  • वाराणसी दौरे पर पीएम मोदी
  • भोजपुरी में की भाषण की शुरुआत
  • जानिए क्या-क्या बोले

वाराणसी: वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन हर-हर महादेव के नारे के साथ भोजपुरी में शुरू किया. उन्होंने बीएचयू के एम्फीथियेटर में अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी में की और कहा-"आप सबके अभिवादन बा...हम आपके बेटा हईं."

उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री की हैसियत से नहीं बल्कि एक सांसद होने के नाते अपना रिपोर्ट कार्ड दे रहा हूं. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी को पूर्वी भारत का गेटवे की तौर पर विकसित किया जा रहा है. काशी को निखारा और संवारा जा रहा है.

पीएम मोदी ने कहा, "पहले भी जब मैं यहां आता था, तो शहर भर में बिजली के लटकते तारों को देखकर हमेशा सोचता था, कि आखिर कब बनारस को इससे मुक्ति मिलगी? आज शहर के एक बड़े हिस्से से लटकते हुए तार गायब हो गए हैं. बाकी जगहों पर भी इन तारों को जमीन के भीतर बिछाने का काम तेज़ी से जारी है."

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उन्होंने कहा, "चार वर्ष पहले जब काशीवासी, बदलाव के इस संकल्प को लेकर निकले थे, तब और आज में अंतर स्पष्ट दिखता है. वरना आप तो उस व्यवस्था के गवाह रहे हैं जब हमारी काशी को भोले के भरोसे, अपने हाल पर छोड़ दिया गया था."

"हम काशी में जो भी बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं वो उसकी परंपराओं को संजोते हुए, उसकी पौराणिकता को बचाते हुए किया जा रहा है. अनंत काल से जो इस शहर की पहचान रही, उसे संरक्षित करते हुए, इस शहर में आधुनिक व्यवस्थाओं का समावेश किया जा रहा है."

"आज यहां 550 करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स का या तो लोकार्पण हुआ है या फिर शिलान्यास हुआ है. विकास के ये कार्य बनारस शहर ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों से भी जुड़े हैं. मेरे लिए ये सौभाग्य की बात है देश के लिए समर्पित एक और वर्ष की शुरुआत मैं बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के शुभ आशीष से कर रहा हूं. आप सभी का ये स्नेह, ये आशीर्वाद मुझे हर पल प्रेरित करता है."

प्रधानमंत्री ने कहा, "वाराणसी शहर ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों को भी सड़क, बिजली, पानी जैसी सुविधाएं पहुंचाई गई हैं. सांसद के रूप में जिन गांवों को विशेष रूप से विकसित करने का जिम्मा मेरे पास है उनमें से एक नागेपुर गांव के लिए आज पानी के एक बड़े प्रोजेक्ट का लोकार्पण हुआ है."

उन्होना कहा, "काशी आज हेल्थ हब के रूप में उभरने लगा है. बीएचयू में आधुनिक ट्रॉमा सेंटर हजारों लोगों के जीवन को बचाने का काम कर रहा है. नए कैंसर और सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल लोगों को इलाज की आधुनिक सुविधाएं देंगे. बीएचयू ने एम्स के साथ एक वर्ल्ड क्लास हेल्थ इंस्टीट्यूट बनाने के लिए समझौता किया है."

पीएम मोदी ने कहा, "आज यहां एक तरफ वैदिक विज्ञान केंद्र का शिलान्यास हुआ है तो दूसरी तरफ अटल इन्क्यूबेशन सेंटर की भी शुरुआत हुई है. हम सभी को जितना अपनी पुरातन संस्कृति और सभ्यता पर गर्व है उतना ही भविष्य की तकनीक के प्रति हमारा आकर्षण है."

उन्होंने कहा कि वाराणसी के रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर टूरिस्टों की संख्या बढ़ी है. काशी को टूरिस्ट हब के रूप में विकसित किया जा रहा है. पुराने काशी को लटकते तारों से मुक्ति दिलाई जा रही है. काशी के आस-पास के गांवों में भरपूर बिजली मिल रही है. पूरे शहर में सड़कों का जाल विछाया जा रहा है. आज बनारस से ट्रेन की कनेक्टिविटी बढ़ी है.

पीएम मोदी ने कहा कि सोशल मीडिया पर काशी की तस्वीर देखकर गर्व महसूस होता है. वाराणसी में आज क्रूज सेवा की शुरुआत भी हो चुकी है. काशी ने स्वच्छता की वजह से कायाकल्प को देखा है. घाटों की सफाई और गंगा सफाई का काम चल रहा है. सीवर की व्यवस्था और घरों में पानी कनेक्शन का काम जारी है.

जन्मदिन मानाने के बाद वाराणसी दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशीवासियों को रिटर्न गिफ्ट के तौर पर 557.40 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. पीएम मोदी बीएचयू के एम्फीथियेटर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. वे मंच पर पहुंच इ हैं. उनके साथ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्रनाथ पांडेय भी मंच पर मौजूद रहे.

पीएम मोदी के संबोधन से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री का काशीवासियों और प्रदेश की तरफ से उनका स्वागत किया. सीएम योगी ने कहा, पीएम मोदी का काशी से भावनात्मक लगाव है. उन्होंने काशी में विकास योजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन करवाया. साथ ही काशी को लटके हुए तारों से मुती दिलाई.  72 हजार से अधिक मजरों में विद्युत् को पहुंचाया.

इससे पहले सोमवार शाम पीएम मोदी अपना जन्मदिन मनाने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे. उन्होंने नरउर के प्राथमिक विद्यालय में बच्चों के साथ अपना 68वां जन्मदिन मनाया. इस दौरान उन्होंने बच्चों के साथ खुलकर मन की बात की. वे काशी विद्यापीठ में 68 गरीब बच्चों से मिले, जो कूड़ा बीनते हैं. इन बच्चों को काशी विद्यापीठ के 12 छात्र पढ़ाते हैं. अपने बीच पीएम को पाकर बच्चों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. पीएम मोदी ने बच्चों का हौसला बढ़ाते हुए कहा, खूब पढ़ों और देश निर्माण में भागीदार बनों. बच्चों ने उन्हें जन्मदिन पर पोस्टर का तोहफा दिया.

अपने दौरे के पहले दिन पीएम मोदी ने आशा बहुओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से भी मुलाकात की. यह पहला मौका था जब आशा बहुओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं और सहायिकाएं प्रधानमंत्री से मिलीं. पीएम मोदी ने उन्हें मां यशोदा कहकर संबोधित किया. खुद को कन्हैया की मां कहकर संबोधित करने पर सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं और सहायिकाएं ख़ुशी से झूम उठीं.

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