बलिया से हैं नए उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह, जीते है सादा जीवन

संक्षेप:

  • उप सभापति पद के मतदान में हरिवंश नारायण सिंह की जीत
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी हरिवंश को जीत की बधाई
  • बलिया से एक साधारण किसान परिवार से आते हैं हरिवंश

राज्यसभा के उप सभापति पद के लिए हुए मतदान में एनडीए उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह को जीत मिली है। जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी और कहा कि हरिवंश लेखन प्रतिभा के धनी हैं और उन्हें उम्मीद है कि उनके पत्रकारिता के अनुभव का लाभ इस सदन को मिलेगा। आपको बता दें कि  हिंदी को बढ़ावा देने वाले हरिवंश बलिया से एक साधारण किसान परिवार से आते हैं। हरिवंश लोकनायक जय प्रकाश नारायण के गांव सिताब दियारा के रहने वाले हैं।

बलिया में उनके परिवार की जमीन गंगा नदी के कटान की वजह से चली गई। सादा जीवन जीने वाले हरिवंश पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के राजनीतिक सलाहकार रहे हैं और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते हैं। हरिवंश ने रविवार मैगजीन से पत्रकारिता की शुरुआत की। साल 1989 में रांची जाकर प्रभात खबर अखबार के प्रधान संपादक रहे। अखबार का सर्कुलेशन 400 था। इस दौरान उन्होंने माउंटेन मैन दशरथ मांझी ​​​को दुनिया के सामने लाया था।

चंद्रशेखर के सलाहकार का पद ग्रहण करने की ख़ातिर हरिवंश ने प्रभात खबर से इस्तीफा दिया लेकिन चंद्रशेखर सरकार से कांग्रेस के समर्थन वापसी के बाद फिर से अखबार लौट गए। बाद में उन्होंने मैंने दुनिया देखी नाम की किताब लिखी। पत्रकारिता से राजनीति में आए हरिवंश नारायण सिंह साल 2014 में जेडीयू कोटे से राज्यसभा सांसद बने। हरिवंश नारायण सिंह के बारे में कहा जाता है कि वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद खास हैं। उनकी जेपी से लेकर चंद्रशेखर के साथ भी काफी नजदीकी थी शायद यही वजह है कि नीतीश कुमार उनकी उम्मीदवारी का पुरजोर समर्थन कर रहे हैं।

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


आपको बता दें कि डिप्टी स्पीकर पद के चुनाव में एनडीए उम्मीदवार हरिवंश प्रसाद सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद को हराया। एनडीए उम्मीदवार हरिवंश के पक्ष में 125 वोट मिले जबकि 105 सदस्यों ने उनके खिलाफ वोट दिया। मतदान से दो सदस्य अनुपस्थित रहे।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य वाराणसीकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles