उत्तर प्रदेश मेंं दिख रही दशहरा की धूम, 75 फीट के रावण को जलाने की पूरी है तैयारी, मुस्लिम परिवार ने बनाए पुतले

संक्षेप:

  • उत्तर प्रदेश के बरेका में दिख रही दशहरा की धूम।
  • रावण वध के लिए बनाया गया 75 फीट के रावण का पुतला।
  • ज्वलनशील वस्तुओं को मेला परिसर में किया गया प्रतिबंधित।

वाराणसी. बरेका में दशहरा मेला की तैयारी पूरी कर ली गई है। दशानन, कुम्भकर्ण व मेघनाद के पुतलों को तैयार कर मैदान में खड़ा कर दिया गया है। बरेका के केंद्रीय खेल मैदान में दर्शकों को बैठने के लिए समिति द्वारा तकरीबन छ हजार कुर्सियां लगाई गई हैं। बरेका केंद्रीय खेल मैदान में राम चरित मानस पर आधारित राम वन गमन से रावण बध तक का रूपक मोनो एक्टिंग का मंचन बरेका इंटर कॉलेज के छात्र व छात्राओं द्वारा ढाई घंटे में प्रदर्शित किया जाता है।

विभिन्न रंगों के बांटे गए छ हजार पास

विजयादशमी समिति ने ढाई घंटे के रुपक को देखने के लिए दर्शकों को चार रंगों का पास वितरित किया गया है। सफेद-रंग के पास धारकों को केन्द्रीय मैदान के मुख्य द्वार से प्रवेश दिया जाएगा। लाल रंग के पास धारकों को बास्केटबॉल कोर्ट के तरफ से प्रवेश होगा। हरे व पीला-रंगो के पास धारकों के लिए प्रशासनिक भवन के तरफ बने गेट से प्रवेश दिया जाएगा। मैदान के पूरब दिशा में बने गेट तथा सिनेमा हॉल के पूरब में बना गेट आम जनता के लिए खुला रहेगा। बरेका दशहरा मेला में दशानन, कुम्भकरण एवं मेघनाद के पुतलों का निर्माण शमशाद खान द्वारा किया गया है। इस बार दशानन, कुम्भकरण एवं मेघनाद क्रमशः 75, 70 एवं 65 फिट बनाया गया है ।तीनों पुतलों में कुल तकरीबन 150 पटाखे लगाए गए हैं।

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


मेला परिसर में प्रतिबंधित किए गए ये चीजें

विजयादशमी समिति ने मेला परिसर में आने वालों से अपील किया कि मेला में बैग, टिफिन, पानी की बोतल एवं किसी भी तरह के ज्वलनशील पदार्थ साथ लेकर न आए। मेला क्षेत्र में किसी तरह की दुकानें नहीं लगेंगे। बुधवार दोपहर बारह बजे के बाद मेला क्षेत्र में दोपहिया वाहन से लेकर सभी तरह के वाहनों को मेला क्षेत्र में प्रवेश रोक दिया जायेगा।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य वाराणसीकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles